झाड़ियों में मिला लापता एंबुलेंस चालक का शव, शरीर पर मिले गहरे निशान
लखनऊ के पीजीआइ थाना क्षेत्र के वृंदावन वन कॉलोनी का मामला। दो दिन पहले घर से ड्यूटी के लिए निकला था युवक। परिजनों ने जताई हत्या की आशंका।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी लखनऊ में एक निजी अस्पताल के पीछे झाड़ियों में दो दिन से लापता युवक का शव पड़ा मिला। बताया जा रहा है कि मृतक एक दिन से लापता था। परिजनों ने गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। युवक के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं। परिवारजन ने हत्या का आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस का कहना है कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मृतक पर खिलाफ हिस्ट्री शीटर का मुकदमा भी दर्ज था।
एक दिन पहले ड्यूटी पर निकला, दूसरे दिन झाड़ियों में मिला शव
मामला पीजीआइ थाना क्षेत्र के वृंदावन वन कॉलोनी का है। यहां कल्ली पश्चि में कुलदीप कुमार सिंह (32) अपनी पत्नी छाया, बेटी जानवी (12) बेटा रौनक (8) और पिता राजेंद्र के साथ रहता था। कुलदीप एक निजी अस्पताल में एम्बुलेंस चालक था। मृतक के पति राजेंद्र के मुताबिक, सोमावर शाम बेटा ड्यूटी पर जाने को कहकर घर से निकला। देर रात तक घर नहीं लौटा। इसपर हमने उसको फोन किया, लेकिन उठा नहीं। मंगलवार शाम तक बेटे के घर न लौटने व उसका फोन बंद होने पर बहू के साथ उसके अस्पताल पहुंचे, जहां वह एंबुलेंस चालक था। वहां पहुंचकर पता चला कि एम्बूलेंस वहीं खड़ी थी, लेकिन बेटे का कुछ पता नहीं। इसके बाद बुधवार को पीजीआइ थाने पर गुमशुदगी दर्ज कराई। शाम को वृंदावन कालोनी सेक्टर तीन स्थित अस्पताल के पीछे झाड़ियों में बेटे का शव मिलने की सूचना मिली।
डेढ साल की जेल काट कर आया था मृतक
मृतक कुलदीप एक माह पहले ही जेल से छूट कर आया था उसके बाद से एंबुलेंस चलाने लगा था। इस्पेक्टर पीजीआइ केके मिश्रा ने बताया कि जहां पर शव मिला उसी के आस-पास स्मैक की सिरिंज भी मिली है, जिससे लगता है कि शायद वो स्मैक पीने के लिए वहां गया होगा। उसी बीच उसकी मौत हो गई। वहीं, घरवालों ने हत्या की तहरीर दी है। जिसके आधर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। मृतक के खिलाफ हिस्ट्री शीटर का मुकदमा भी दर्ज है।