लखनऊ: बोरे में बंद मिला बच्ची का शव, परिजनों ने किया हंगामा-लाठीचार्ज
पंद्रह वर्षीय किशोर ने की वारदात, भाइयों व पिता संग बोरे में फेंका शव, सभी गिरफ्तार। फैजाबाद रोड पर शव रखकर प्रदर्शन, नारेबाजी व पथराव के बाद लाठीचार्ज।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। रविवार सुबह कुकरैल नाले से दो दिनों से लापता छह वर्षीय बच्ची का अर्धनग्न अवस्था में बोरे में बंद शव मिला। मृतक बच्ची के हाथ भी बंधे थे। बच्ची के परिजनों ने दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जताई है। साथ ही पड़ोस के 15 वर्षीय किशाेर पर पुराने विवाद को लेकर घटना को अजांम देने का आरोप लगाया है। आक्रोशित परिजनों ने बच्ची का शव फैजाबाद रोड पर रखकर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने परिजनों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन वो टस से मस नहीं हुए। पुलिस ने लाठीचार्ज कर लोगों को इधर-उधर खदेड़ा। उधर, आरोपित किशाेर को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस मामले की छानबीन में लगी है।
ये है पूरा मामला
मामला महानगर थाना क्षेत्र का है। यहां की रहने वाली छह वर्षीय बच्ची शुक्रवार से बच्ची लापता थी, रविवार को बोरे में बंद शव बरामद हुआ है। मृत बच्ची के परिजनों के मुताबिक, वारदात को अंजाम पड़ोस में रहने वाले पंद्रह वर्षीय किशोर ने दिया। वहीं, पूछताछ में आरोपित किशोर ने बताया कि शुक्रवार दोपहर बच्ची को घर के बाहर से टॉफी का लालच अगवाकर ले गया। दुष्कर्म के विरोध पर उसकी हत्या कर दी। महानगर कोतवाली में घरवालों की तहरीर पर शुक्रवार रात को ही अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई थी।
दो घंटे तक चला बवाल
घटना से आक्रोशित परिवारीजनों ने मोहल्ले वालों के साथ मिलकर फैजाबाद रोड पर शव रखकर दो घंटे तक प्रदर्शन किया। जिससे सड़क पर भीषण जाम की स्थिति बनी रही। पुलिस-प्रशासन के साथ प्रदेश सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से धक्कामुक्की के साथ नोकझोंक हो गई। आक्रोशित भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया। इसपर पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज कर उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। महिलाओं ने पुलिस पर चूडिय़ां फेंककर विरोध दर्ज किया। कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाना पड़ा, तब आक्रोशित लोगों को नियंत्रित किया जा सका। इसी बीच शव को पुलिस जीप से पोस्टमॉर्टम गृह ले जाया गया। हालांकि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जीप को भी रोकने का प्रयास किया।
क्या कहती है पुलिस ?
सीओ महानगर संतोष कुमार सिंह के मुताबिक, अपहरण के मुकदमे में हत्या व साक्ष्य छुपाने की धाराओं की बढ़ोतरी कर ली गई है। आरोपित किशोर के साथ शव छुपाने में उसके दो बालिग भाई दुर्गेश, दीपक व पिता नन्हके को गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी आरोपित मूलरूप से गोंडा के रहने वाले हैं। यहां अकबरनगर में रहते थे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल सकेगा कि बच्ची से दुष्कर्म हुआ कि नहीं।