Constitution Day: वित्त एंव संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना बोले- PM मोदी ने दी संविधान दिवस मनाने की प्रेरणा
Constitution Day वित्त एंव संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने संविधान दिवस के मौके पर उद्देश्यिका का पाठ किया। खन्ना ने कहा कि पीएम मोदी ने सभी को यह दिवस मनाने की प्रेरणा दी। कहा कि पहले मौलिक कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करें तभी अधिकारों का महत्व है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Constitution Day संविधान दिवस के अवसर पर शनिवार को लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में वित्त एंव संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने भारतीय संविधान की उद्देश्यिका का पाठ किया। इस दौरान कई मंत्री, मुख्य सचिव व अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान दिवस के महत्व को समझा और सभी को यह दिवस मनाने की प्रेरणा दी। इससे पहले संविधान दिवस नहीं मनाया जाता था। हम संविधान के अनुच्छेद 51-क में दिए गए मौलिक कर्तव्यों का अगर पालन करें तभी मौलिक अधिकारों का भी महत्व है।
वित्त मंत्री ने संविधान दिवस पर किया उद्देश्यिका का पाठ
वित्त मंत्री ने कहा कि देश के प्रत्येक नागरिकों को देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी जो कि मौलिक कर्तव्यों के रूप में हमें बताई गई है, उसका जरूर पालन करना चाहिए। 11 मौलिक कर्तव्यों में संविधान का पालन और उसके आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्र ध्वज व राष्ट्रगान का आदर करना।
- भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करना और उसे अक्षुण्ण बनाए रखना तथा देश की रक्षा के लिए आवाहन किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करना इत्यादि शामिल है।
- देश का मस्तक विश्व में पूरे गर्व के साथ ऊंचा रहे इसकी जिम्मेदारी हम सभी नागरिकों की भी है।
- देश में संविधान 26 नवंबर 1950 में लागू किया गया था लेकिन संविधान सभा द्वारा 26 नवंबर 1949 को ही संविधान अंगीकृत कर लिया गया था।
- उन्होंने कहा कि हमारे संविधान निर्माताओं ने दुनिया के संविधान में जो अच्छी चीजें थी उसको भारतीय संविधान में समाहित किया है।
- बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के एक वक्तव्य कि संविधान कितना भी अच्छा क्यों न हो, उसे लागू करने वाले की मंशा और कार्य करने की शैली प्रभावी रहती है को भी समझाया।
स्वच्छ सचिवालय अभियान में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुरस्कृत
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि हमारा लोकतंत्र दुनिया का सबसे प्राचीनतम लोकतंत्र है, और उस लोकतंत्र का प्राण हमारे संविधान में बसता है। संविधान निर्माताओं ने कई देशों के संविधान का अध्ययन करने के उपरांत अपने देश की संस्कृति, चेतना और विरासत को समावेशित करते हुए इस संविधान का निर्माण किया है। सचिवायल परिसर में स्वच्छ सचिवालय अभियान में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कृत भी किया गया। चंचलता श्रीवास्तव को प्रथम, किसलय सिंह को द्वितीय और जुबेर हुसैन को तृतीय पुरस्कार दिया गया। बाहरी परिसर के लिए मोहित अग्रवाल व रामजनम यादव को प्रथम पुरस्कार दिया गया।
भाषण प्रतियोगिता में प्राइमरी स्कूल स्तर पर पहला पुरस्कार पारखी मिश्रा को
संविधान दिवस पर आयोजित भाषण प्रतियोगिता में प्राइमरी स्कूल स्तर पर पहला पुरस्कार राजधानी स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की जानकीपुरम विस्तार की पारखी मिश्रा को प्रथम पुरस्कार दिया गया है। इंटर कालेज स्तर पर राजकीय इंटर कालेज मलिहाबाद की बुशरा हसीन व कालेज स्तर पर शिया पीजी कालेज की सपना सिंह को पहला पुरस्कार दिया गया। वहीं निबंध प्रतियोगिता में प्राथमिक स्कूल स्तर पर काकोरी के प्राइमरी स्कूल खुशालगंज की काजल रावत, इंटर कालेज स्तर पर राजकीय बालिका इंटर कालेज शाहमीना रोड की छात्रा सलोनी जायसवाल व कालेज स्तर पर शिया पीजी कालेज के हीरा मलिक को प्रथम पुरस्कार दिया गया। कार्यक्रम में नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गुलाब देवी व उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी आदि मौजूद रहीं।