प्रयागराज कुंभ में कल होने वाली कैबिनेट बैठक में शामिल नहीं होंगे ओम प्रकाश राजभर
प्रदेश के दिव्यांग कल्याण मंत्री ने योगी आदित्यनाथ सरकार को बड़ी घोषणा के साथ असहज कर दिया है। उन्होंने कल प्रयागराज के कुंभनगर में आयोजित कैबिनेट बैठक से किनारा कर लिया है।
लखनऊ, जेएनएन। सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार की लखनऊ से बाहर होने वाली बैठक में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर शामिल नहीं होंगे। प्रयागराज के कुंभनगर में कल होने वाली कैबिनेट बैठक के बाद सभी मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम पर स्नान तथा पूजन भी करेंगे।
प्रदेश के दिव्यांग कल्याण मंत्री ने योगी आदित्यनाथ सरकार को बड़ी घोषणा के साथ असहज कर दिया है। उन्होंने कल प्रयागराज के कुंभनगर में आयोजित कैबिनेट बैठक से किनारा कर लिया है। वह कल इस बैठक में शामिल नहीं होंगे। ओमप्रकाश राजभर सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू न होने से नाराज हैं। उन्होंने इसके लिए प्रदेश सरकार को सौ दिन का अल्टीमेटम दिया था। माना जा रहा है कि कल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में प्रयागराज कुंभ में होने वाली कैबिनेट बैठक में अयोध्या के राम मंदिर पर सरकार कोई बड़ा एलान कर सकती है। इसको देखते हुए ही ओम प्रकाश राजभर ने अपना पांव पीछे खींचा है।
कुंभ कैबिनेट बैठक में राम मंदिर पर कोई बड़ा एलान कर सकती है सरकार
उत्तराखंड बनने के बाद लखनऊ के बाहर कैबिनेट की यह पहली बैठक बताई जा रही है। इसमें उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा के साथ ही सभी कैबिनेट मंत्री शामिल होंगे। मुख्यमंत्री योगी अपनी कैबिनेट के साथ संगम स्नान भी कर सकते हैं। बैठक कल सुबह 11 बजे प्रारंभ होगी। बीते दो दिनों से मुख्यमंत्री के शहर से बाहर होने की वजह से कैबिनेट का एजेंडा अभी फाइनल नहीं हो पाया है। अधिकारियों का कहना है कि किसी विशेष एजेंडे को लेकर अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है। ऐसे में संभावना यही है कि रूटीन के लंबित मामलों के साथ सरकार सांस्कृतिक व सरोकारों से जुड़े एजेंडे पर केंद्रित कुछ नीतिगत फैसले व एलान कर सकती है। विश्व हिंदू परिषद की 31 जनवरी व एक फरवरी को होने वाली धर्म संसद के पहले प्रयागराज कुंभ में ही योगी कैबिनेट की बैठक का महत्व बढ़ गया है। विहिप वहां धर्म संसद में मंदिर निर्माण की अगली रणनीति का एलान करेगी। सत्ता के गलियारों में चर्चा तेजी से बढ़ी है कि सरकार धर्म संसद के पहले प्रयागराज कैबिनेट में ही राम मंदिर निर्माण के संबंध में कोई बड़ा एलान कर सकती है। कोर्ट का फैसला पक्ष में न आने पर अध्यादेश लाकर राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का एलान तक संभव है।
पिछले 25 नवंबर को अयोध्या में विहिप की धर्मसभा की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी वहां दुनिया की विशालतम भगवान राम की प्रतिमा स्थापित करने का एलान कर चुके हैं। संगम तट से इस तरह का संकल्प व्यक्त कर सरकार आगामी लोकसभा चुनाव को एक दिशा देने का काम कर सकती है।