Lockdown Day 5: केजीएमयू में मास्क के लिए वेतन कटौती पर भाजपा विधायक भड़के, कार्रवाई के लिए पीएम को लिखा पत्र
केजीएमयू में मास्क के लिए वेतन कटौती पर भाजपा विधायक सख्त। प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री को लिखा पत्र कहा अफसरों पर सरकार की छवि खराब करने का षडयंत्र।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में मास्क के लिए कर्मचारियों के एक दिन का वेतन काटने के आदेश पर बवाल खड़ा हो गया। सोशल मीडिया पर वायरल पत्र पर विरो धी पार्टियों ने सरकार की व्यवस्थाओं पर निशाना साधा। वहीं गोरखपुर के भाजपा विधायक ने अफसरों पर सरकार की छवि धूमिल करने का षडयंत्र बताया। ऐसे में हरकत में आए अधिकारियों ने आदेश निरस्त करने का दावा किया है ।
दरअसल केजीएमयू प्रशासन द्वारा शुक्रवार को एक आदेश जारी किया गया। इसमें डॉक्टरों, रेजीडेंट व कर्मचािरयों का एक दिन का वेतन कटौती कर थ्री लेयर मास्क खरीदने का हवाला दिया गया। इस अादेश का जहां कर्मचारी संघ ने विरोध किया । वहीं समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया पर पत्र पोस्ट कर सरकार की बीमारी से निपटने की व्यवस्था पर सवाल उठाए। ऐसे में गोरखपुर के भाजपा विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल ने केजीएमयू के अफसरों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केजीएमयू के बड़े अफसरों ने सरकार की छवि धूमिल करने का षडयंत्र रचा। एक मीटिंग में चर्चा कर जानबूझकर यह आदेश जारी कराया गया, जबकि सरकार कोरोना से निपटने के लिए भरपूर धन मुहैया करा रही है। सरकार इस बात से सहमत नहीं है कि ड्यूटी कर रहे डॉक्टर व कर्मचा री के सुरक्षा के उपकरण उनके वेतन से कटौती कर दिए जाएं। ऐसे में ऐसे अ धिकारियों पर सख्त कार्रवाई के लिए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है। वहीं दिल्ली से प्रदेश के बड़े अधिकािरयों तक मामला पहुंचने पर आदेश निरस्त कर दिया गया है। सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार ने कहा िक आदेश निरस्त कर दिया गया है।
पहले मास्क टेलर से सिलवाने का दे चुके आदेश
केजीएमयू में 21 मार्च को भी मास्क को लेकर कर्मियों को पत्र जारी किया गया था। इसमें अस्पताल में मास्क न होने पर उन्हें टेलर से कपड़े के मास्क बनवाने का आदेश दिया गया था। ऐसे में विधायक ने यह भी पत्र सीएम को भेजा है। लिहाजा , छवि खराब करने वाले अफसरों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
900 करोड़ का बजट मास्क का संकट
केजीएमयू को सरकार नौ सौ करोड़ रुपये से अधिक बजट दे रही है। वहीं संस्थान में मास्क को लेकर मारामारी है। कर्मचारियों को मास्क देने में पसीना छूट रहा है, यह हाल तब है जब अभी सिर्फ आठ मरीज ही कोरोना के संस्थान में भर्ती हुए हैं।