केजीएमयू में लाखों की दवाएं और सर्जिकल उपकरण पड़े-पड़े हुए एक्सपायर Lucknow News
केजीएमयू में मरीजों को नहीं मिली दवाएं। लाखों रुपयों की दवाएं पड़े-पड़े हुई एक्सपायर।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में आने वाले मरीजों को एक तरफ तो दवा के लिए बाहर दौड़ाया जाता है, वहीं स्टोर में पड़े-पड़े लाखों की दवाएं एक्सपायर हो रही हैं। तीमारदार निजी दुकानदारों से दवा खरीद रहे हैं, वहीं स्टोर में भारी मात्र में दवाएं और सर्जिकल सामग्री पड़ी हुई हैं। इनमें कुछ तो एक्सपायर हो भी चुकी है और कुछ एक्सपायर होने की कगार पर खड़ी हैं
केजीएमयू में भर्ती होने वाले और असाध्य मरीजों को सभी दवाएं निशुल्क दी जाती हैं, लेकिन यह सिर्फ नियम बनकर रह गया है। हकीकत में मरीजों को दवा के लिए बाहर की निजी दुकानों के चक्कर काटने पड़ते हैं। यहां भर्ती होने के बाद मरीज के तीमारदारों को एक पर्ची थमा दी जाती है। उसी पर्ची को लेकर तीमारदार केजीएमयू परिसर से बाहर जमा निजी दुकानदारों से दवा खरीदने को मजबूर है। वहीं केजीएमयू के स्टोर में दवाएं बिना इस्तेमाल के पड़े-पड़े एक्सपायर हो रही हैं।
कई उपकरण भी एक्सपायर हो चुके हैं। क्वीन मेरी के लिए आए करीब पांच हजार इंफैंट फीडिंग ट्यूब नंबर पांच और ट्रॉमा स्थित पीडियाटिक विभाग में इंफैंट फीडिंग ट्यूब नंबर सात के करीब दो हजार पीस इसी महीने एक्सपायर हो गए हैं। वहीं, 14 हजार पीस क्लोनिक कटगट अगस्त में एक्सपायर हो जाएंगे, जबकि दिसंबर में बड़ी मात्र में सर्जिकल सामग्री एक्सपायर हो जाएगी। इसमें ट्रॉमा और सीटीवीएस विभाग से संबंधित उपकरण शामिल हैं।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
केजीएमयू के मीडिया प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि कोई दवा एक्सपायर नहीं हुई है। स्टोर में जितनी भी दवाएं हैं उनकी एक्सपायरी डेट 2022 की है। हां, कुछ दवाएं अक्टूबर, नवंबर व दिसंबर में एक्सपायर होने वाली हैं, तो उनके लिए सकरुलर जारी किया जा चुका है।