माइक्रोसॉफ्ट उत्तर भारत का पहला कैंपस ग्रेटर नोएडा में बनाएगी, जल्द जमीन देखेगी कंपनी की टीम
दुनिया की जानी-मानी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने उत्तर भारत का अपना पहला कैंपस उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थापित करने का फैसला किया है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण काल के दौरान निराशा भरे माहौल में उत्तर प्रदेश के लिए यह राहत की एक किरण है। दुनिया की जानी-मानी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने उत्तर भारत का अपना पहला कैंपस उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में स्थापित करने का फैसला किया है। लघु उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा वर्चुअल रोड शो में दिए गए सरकार के निवेश प्रस्ताव पर सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने सहमति दे दी है। जल्द ही कंपनी की टीम जमीन देखने के लिए आएगी।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार प्रयासरत है कि यूपी में कैसे भी विदेशी निवेश को लाया जाए। इसके लिए ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट की तैयारी चल रही थी कि कोरोना की आपदा आ गई। इस मुश्किल के बीच भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास जारी रहे। उन्होंने सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम व निर्यात प्रोत्साहन मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह और औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना को विदेशी कंपनियों के साथ वर्चुअल कॉन्फ्रेंस कर निवेश प्रस्ताव रखने के निर्देश दिए। इसी के तहत पिछले दिनों एमएसएमई मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अमेरिकी कंपनियों के साथ वर्चुअल रोड शो किया। इसमें उत्तर प्रदेश की निवेश नीतियों व संभावनाओं की जानकारी दी।
बताया गया कि कंपनी को सरकार प्रस्ताव मंजूर है और वह यहां निवेश के लिए तैयार है। सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं कारपोरेट प्रेसिडेंट राजीव कुमार ने उत्तर प्रदेश में विश्वस्तीय टेक्नालॉजी हब बनाने के लिए अपनी सहमति दी है। कंपनी ग्रेटर नोएडा में 4000 लोगों की क्षमता का कैंपस स्थापित करेगी। सरकार की ओर से कहा गया है कि कैंपस के निर्माण के लिए पर्याप्त मात्रा में भूमि उपलब्ध है। वे जब चाहें आकर जमीन देख सकते हैं। माइक्रोसॉफ्ट कंपनी को सरकार रेड कारपेट की सुविधा देगी।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के पास इलेक्ट्रॉनिक सिटी स्थापित की जा रही है। इस सिटी में स्थापित होने वाली इकाइयों को सभी आवश्यक सुविधाएं सुलभ कराने के लिए राज्य सरकार दृढ़ संकल्पित है। मंत्री ने बताया कि टीसीएस, विप्रो तथा हायर जैसी कंपनियां भी नोएडा व ग्रेटर नोएडा में अपना उद्यम स्थापित कर रही हैं। उधर, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के एमडी राजीव कुमार ने बताया कि कंपनी की टीम जल्द ही जमीन के लिए दौरा करने आएगी। जमीन तय होते ही कैंपस निर्माण की प्रकिया शुरू कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि हैदराबाद और बैंगलुरु में माइक्रोसॉफ्ट के पास क्रमश: 5000 और 2000 कर्मियों की क्षमता का कैंपस है। ग्रेटर नोएडा में 4000 कर्मियों की क्षमता का कैंपस बनाया जाएगा।