आज रात देखिए उल्का की बरसात, आसमान में आतिशबाजी सा दिखेगा नजारा
सूर्यास्त के बाद बुधवार को आसमान में मिलेगा उल्का पिंड का नजारा जानिए इसके महत्व के बारे में।
लखनऊ, जेएनएन। सूर्यास्त होते ही बुधवार को अप्रैल की सबसे मनमोहक खगोलीय घटना के दीदार करने को मिलेगा। आसमान में उल्का वर्षा के चलते आतिशबाजी सा नजारा देखने को मिलेगा। खगोलप्रेमी कई दिनों से इस दिन का इंतजार कर रहे थे।
तो इसलिए खास है यह रात
यूं तो उल्का वर्षा 16 से 26 अप्रैल तक दिखेगी, मगर बुधवार की रात खास है। इस रात को उल्का वर्षा अपने अधिकतम पर होगी। चूंकि 23 को अमावस्या है। अत: 22 की रात आकाश में चंद्रमा बहुत देर से दिखेगा। इससे उल्का वर्षा को आसानी से देखा जा सकेगा। खगोलीय दृष्टि से यह नजारा बहुत खूबसूरत होता है।
यह है लीरिड्स उल्का वर्षा
ये उल्का वर्षा हमें लाईरा तारा समूह के वेगा तारे के आस पास से आते हुए दिखते है अत: इसे लीरिड्स उल्का वर्षा कहते हैं। इसे पहचानने का सबसे भरोसेमंद तारा है वेगा तारा, जिसे हिंदी में अभिजीत तारा भी कहते हैं।
नंबर गेम
- 20 से 25 उल्का दिख सकती है इस उल्का वर्षा में प्रति घंटे
- 90 उल्का एक घंटे में दिखाई देने का है पूर्व का है रिकॉर्ड
- 09 बजे रात में लीरिड्स उल्का वर्षा उत्तर पूर्व दिशा के क्षितिज उगेगी
- 9:30 बजे रात से 4:30 बजे भोर तक तक इसे देखने का सर्वश्रेष्ठ समय
- 4:30 बजे भोर में उल्का वर्षा ठीक सर के ऊपर दिखाई देगी
- 49 किलोमीटर प्रति सेकंड की गति उल्काएं से पृथ्वी की ओर आएंगी
- इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव ने बताया कि 28 अप्रैल को भी हमें एक छोटी उल्का वर्षा स्कॉर्पिड्स दिखाई देगी। चूंकि ये वृश्चिक राशि से होते हुए दिखती है अत: इसे स्कॉर्पिड्स कहेंगे। इसमें एक घंटे में अधिकतम पांच उल्काएं दक्षिण पूर्व दिशा की तरफ टूटती हुई नजर आएंगी। ये उल्का वर्षा 20 अप्रैल से 19 मई तक दिखाई देगी।