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लखनऊ में हड्डी की बीमारियों का एक छत तले मिलेगा इलाज, केजीएमयू में नए सेंटर का श‍िलान्‍यास

चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना राज्य मंत्री चिकित्सा शिक्षा मंत्री संदीप सिंह कानून मंत्री बृजेश पाठक ने बहुमंजिला भवन का शिलान्यास किया। साथ ही दावा किया इसमें मरीजों को उत्कृष्ट इलाज की सुविधा मिलेगी। इसमें आर्थोप्लास्टी पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक स्पोर्ट इंजरी डिपार्टमेंट व स्पाइन सेंटर होगा।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 05:15 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 05:15 PM (IST)
लखनऊ में हड्डी की बीमारियों का एक छत तले मिलेगा इलाज, केजीएमयू में नए सेंटर का श‍िलान्‍यास
केजीएमयू में सेंटर फॉर आर्थोपेडिक सुपर-स्पेशयलिटी के भवन का शिलान्यास।

लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू में हड्डी की सभी बीमारियों का एक छत के नीचे इलाज मिलेगा। इसके लिए सेंटर फॉर आर्थोपेडिक सुपर-स्पेशयलिटी बनेगा। गुरुवार को चिकित्सा शिक्षा मंत्री, कानून मंत्री ने बहुमंजिला भवन का शिलान्यास किया। यह नया सेंटर लिंब सेंटर के बगल में बनेगा। पुराने संक्रामक रोग अस्पताल की भूमि पर आठ मंजिला इमारत बनने का रास्ता साफ हो गया। करीब 86 करोड़ की लागत से बनने वाले वाले भवन में दो मंजिल बेसमेंट होगा।

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चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, राज्य मंत्री चिकित्सा शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, कानून मंत्री बृजेश पाठक ने बहुमंजिला भवन का शिलान्यास किया। साथ ही दावा किया, इसमें मरीजों को उत्कृष्ट इलाज की सुविधा मिलेगी। इसमें आर्थोप्लास्टी, पीडियाट्रिक आर्थोपेडिक, स्पोर्ट इंजरी डिपार्टमेंट व स्पाइन सेंटर होगा। ऐसे में हड्डी रोग के इलाज की संपूर्ण व्यवस्था एक ही भवन में होगी। मरीजों की ओपीडी से लेकर भर्ती के लिए वार्ड नए सेंटर में ही बनेंगे। इस दौरान अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ. रजनीश दुबे भी मौजूद रहे।

क्रिटिकल केयर यूनिट, बनेगी लैब

कुलपति ले.जनरल डॉ. विपिन पुरी ने कहा कि नए सेंटर में रेडियोलॉजी सेवाएं भी होंगी। ऐसे में मरीज को एक्स-रे, सीटी स्कैन के लिए भटकना नहीं होगा। इसके अलावा खून की जांचों के लिए लैब सेवा भी रन होगी। हर विभाग में लगभग 60 बेड होंगे। साथ ही आइसीयू व एचडीयू भी बनेंगे। लिहाजा, गंभीर मरीजों को तत्काल वेंटिलेटर भी मिल सकेगा।

ट्रामा केयर सर्विस पर होगा फोकस

डॉ. विपिन पुरी ने कहा कि भविष्य में केजीएमयू प्री हॉस्‍प‍िटल पीडियाट्रिक टॉमा केयर सर्विस, प्री हॉस्‍प‍िटल एडल्ट ट्रॉमा केयर सर्विस विकसित करेगा। इसमें पांच किमी एरिया के डॉक्टर, पुलिस कर्मी, एंबुलेंस वर्कर को प्रशिक्षित किया जाएगा। ऐसे में घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाई जा सकेगी। इसके साथ ही क्लाइमेंट चेंज को लेकर कॉर्बन प्रिंट को कम करने पर संस्थान में जोर देगा। इसके लिए सरकार से मदद की मांगी। इस दौरान ब्राउन हाल के बाहर निकलते ही मंत्री के सामने इंटर्न डॉक्टरों ने भत्ता बढ़ाेतरी को लेकर प्रदर्शन किया। 


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