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मरीजों की सेवा के साथ-साथ महिलाओं को भी बना रहे हैं सशक्त

मरीजों व तीमारदारों की निशुल्क सेवा करने की पहल की और शहर के सात अस्पतालों में धनवंतरि सेवा केंद्र खोला।

By Krishan KumarEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 06:00 AM (IST)
मरीजों की सेवा के साथ-साथ महिलाओं को भी बना रहे हैं सशक्त

जागरण संवाददाता, लखनऊ।  सरकारी अस्पताल कोई भी हो, रोगियों के सापेक्ष संसाधनों की कमी हर जगह है। खासकर स्ट्रेचर या व्हील चेयर न मिलने से तीमारदारों को मजबूरन मरीजों को कंधे पर लादकर डॉक्टर को दिखाने ले जाना पड़ता है। यह स्थिति कई बार अखबारों की सुर्खियां बनी तो केजीएमयू के चिकित्सक डॉ. सूर्यकांत व डॉ. नीरज मिश्र ने इसका संज्ञान लिया। आपस में चर्चा कर मरीजों व तीमारदारों की निशुल्क सेवा करने की पहल की और शहर के सात अस्पतालों में धनवंतरि सेवा केंद्र खोला। इन केंद्रों से मरीजों को निशुल्क स्ट्रेचर व व्हील चेयर की सुविधाएं दी जाती हैं। इसके इतर संस्था ने मलिन बस्तियों की महिलाओं को सशक्त बनाने का बीड़ा भी उठाया है।

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धनवंतरि सेवा संस्थान की गत वर्ष हुई थी। संस्था ने सबसे पहले केजीएमयू, ट्रॉमा सेंटर, लोहिया अस्पताल, सिविल अस्पताल, रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल, लोकबंधु अस्पताल व बलरामपुर अस्पताल में सेवा केंद्र स्थापित किया। इन केंद्रों से अस्पताल के मरीजों को मुफ्त में स्ट्रेचर व व्हील चेयर मुहैया कराया जाता है। वहीं, ट्रॉमा सेंटर में संस्थान के छह कार्यकर्ता 24 घंटे ड्यूटी करते हैं। रेड ड्रेस में दो-दो कार्यकर्ता तीन पालियों में तैनात रहते हैं। वे स्ट्रेचर व व्हीलचेयर निशुल्क मुहैया कराते हैं।

अन्नपूर्णा भोजनालय से 10 रुपये में भोजन
धनवंतरि सेवा संस्थान की ओर से गरीबों को कम पैसे में भोजन कराने की भी पहल की गई है। सचिव डॉ. नीरज मिश्र बताते हैं कि इनकम टैक्स ऑफिस के पास अन्नपूर्णा भोजनालय चलाया जा रहा है। यहां दस रुपये में लोगों को भरपेट भोजन दे रहे हैं। प्रतिदिन 250-300 लोग भोजन करते हैं। संस्था ने सभी धनवंतरि केंद्रों में भी भोजनालय की व्यवस्था करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले इलाके चारबाग रेलवे स्टेशन, कैसरबाग बस स्टेशन, जवाहर भवन व इंदिरा भवन के आसपास भी भोजनालय खोलेंगे।

300 महिलाओं को बनाया सशक्त
संस्थान की ओर से ऐशबाग में महिला सिलाई केंद्र खोला गया है। वहां छह महीनों से मलिन बस्तियों की महिलाओं को प्रशिक्षण देते हैं। अब तक 300 महिलाओं को स्वावलंबी बनाया गया है। 60 गृहणियों को सिलाई मशीन भी बांटी गई है। डॉ. नीरज बताते हैं कि उनकी कोशिश है कि प्रशिक्षण के बाद हर महिला को सिलाई मशीन प्रदान की जाए। इसके लिए संस्था और सहयोगियों की मदद लेगी।

यहां दिए इतने स्ट्रेचर व व्हील चेयर
ट्रॉमा सेंटर - 50
केजीएमयू - 45
बलरामपुर अस्पताल - 45
सिविल अस्पताल - 30
लोहिया अस्पताल - 30
रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल - 20
लोकबंधु अस्पताल - 18

रैन बसेरे में मुफ्त में विश्राम की व्यवस्था
केजीएमयू - 50 व्यक्ति
बलरामपुर अस्पताल - 50 व्यक्ति

संस्था के अन्य प्रमुख कार्य

  • धनवंतरि सेवा संस्थान ने गत वर्ष से अब तक 300 यूनिट रक्तदान कराया और जरूरतमंदों को खून दिलाने में मदद की।
  • शहर की मलिन बस्तियों में चिकित्सा शिविर लगाए। सैकड़ों लोगों के स्वास्थ्य की निशुल्क जांच कराई।
  • नगर निगम के 110 वॉर्डों को सेक्टर में बांटकर कमेटी बना रहे हैं। शीघ्र ही स्वच्छता व जागरूकता अभियान चलाएंगे।


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