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Mass Religion Conversion in UP: उमर गौतम का हवाला नेटवर्क में भी गहरा दखल, ATS के रडार पर नेटवर्क से जुड़े दो कारोबारी

Mass Religion Conversion प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में बड़े षड्यंत्र के तहत हजार से अधिक लोगों का मतांतरण कराए जाने के मुख्य आरोपित उमर गौतम का हवाला नेटवर्क में भी गहरा दखल था। मतांतरण के लिए फंडिंग की हर कड़ी की जांच की जा रही है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 11:52 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 11:58 AM (IST)
Mass Religion Conversion in UP: उमर गौतम का हवाला नेटवर्क में भी गहरा दखल, ATS के रडार पर नेटवर्क से जुड़े दो कारोबारी
मुख्य आरोपित उमर गौतम का हवाला नेटवर्क में भी गहरा दखल

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर मतांतरण के मामले में विदेशों से धन हवाला के माध्यम से भी आता था। साजिशन मतांतरण के आरोपितों के सरगना उमर गौतम से पूछताछ में कई तथ्य सामने आए है। उत्तर प्रदेश एटीएस अब उमर गौतम के हवाला नेटवर्क की अन्य राज्यों में भी पड़ताल कर रही है।

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उत्तर प्रदेश के साथ ही अन्य राज्यों में बड़े षड्यंत्र के तहत एक हजार से अधिक लोगों का मतांतरण कराए जाने के मुख्य आरोपित उमर गौतम का हवाला नेटवर्क में भी गहरा दखल था। हवाला नेटवर्क से जुड़े दो कारोबारी भी सीधे उमर गौतम के संपर्क में थे। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) अब दोनों कारोबारियों के बारे में छानबीन को आगे बढ़ा रहा है। सूत्रों का कहना है कि इनमें एक कारोबारी महाराष्ट्र व एक उत्तर प्रदेश का है। दोनों व्यापारी हवाला के जरिये बड़ी रकम एक राज्य से दूसरे राज्य में भेजते थे। मतांतरण के लिए की जा रही फंडिंग की हर कड़ी की जांच की जा रही है।

वृहद मतांतरण मामले में बीती 16 जुलाई को नागपुर (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किए गए रामेश्वर कांवरे उर्फ एडम, कौसर आलम व भूप्रिय बंदो उर्फ डा.अर्सलान को पुलिस रिमांड पर लेकर एटीएस पूछताछ कर रही है। तीनों से खासकर हवाला नेटवर्क को लेकर पूछताछ की जा रही है। तीनों ने हवाला के जरिये उमर गौतम को रकम भेजे जाने की पुष्टि की है। अब इस नेटवर्क से जुड़े कुछ अन्य लोगों की भी तलाश तेज की गई है। तीनों के मोबाइल फोन भी खंगाले जा रहे हैं। बीज कारोबारी कौसर आलम के अन्य राज्यों में फैले नेटवर्क व उससे जुड़े कुछ कारोबारियों की भी छानबीन चल रही है।

उल्लेखनीय है कि एटीएस ने 20 जून को उत्तर प्रदेश से लेकर अन्य राज्यों तक फैले मतांतरण के नेटवर्क का राजफाश किया था। संगठित रूप से मतांतरण कराए जाने के इस मामले में अब तक नौ आरोपित पकड़े जा चुके हैं। सबसे पहले मुख्य आरोपी दिल्ली निवासी मु.उमर गौतम व मुफ्ती काजी जहांगीर आलम कासमी की गिरफ्तारी हुई थी, जिसके बाद उमर के साथी हरियाणा निवासी मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान, महाराष्ट्र के निवासी इरफान शेख व दिल्ली निवासी राहुल भोला को पकड़ा गया था। वहीं गुजरात से 30 जून को उमर गौतम का सहयोगी सलहादुद्दीन को गिरफ्तार किया गया था। सलाहुद्दीन के तार भी हवाला नेटवर्क से जुड़े थे। 


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