सीतापुर की किशोरी से लखनऊ में सामूहिक दुष्कर्म, आरोपित की मां ने पुलिस को दी चौंकाने वाली जानकारी
किशोरी के पिता ने पुलिस को बताया है कि उसकी 17 वर्षीय बेटी को सुजीत वर्मा बहला-फुसलाकर लखनऊ ले गया था। इसके बाद उसकी बेटी किसी तरह से लखनऊ के आलमबाग निवासी रामेंद्र के संपर्क में आ गई थी।
सीतापुर, जेएनएन। तालगांव इलाके की एक किशोरी 22 फरवरी को सुबह रहस्यमय ढंग से लापता हो गई। 13 दिन बाद पुलिस की सूचना पर परिवारजन लखनऊ जाकर किशोरी लाए और सीधे थाने पहुंचे। किशोरी के पिता ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गांव के ही युवक और लखनऊ निवासी एक व्यक्ति के विरुद्ध मुकदमा लिखाया है। पिता ने 26 फरवरी को थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी थी। जिसे पुलिस ने अनदेखा कर दिया था। किशोरी के पिता ने पुलिस को बताया है कि उसकी 17 वर्षीय बेटी को सुजीत वर्मा बहला-फुसलाकर लखनऊ ले गया था। इसके बाद उसकी बेटी किसी तरह से लखनऊ के आलमबाग निवासी रामेंद्र के संपर्क में आ गई थी। रामेंद्र अपने घर ले जाकर किशोरी के साथ कई दिनों तक दुष्कर्म करता रहा। परिवारजन के मुताबिक, रामेंद्र की मां ने आलमबाग थाने में फोन कर पुलिस को जानकारी दी थी। जिस पर पुलिस ने किशोरी को बरामद कर उसके परिवारजन को सौंपा है।
सहानुभूति दिखा ले गया घर कई दिनों तक लगातार किया दुष्कर्म : तालगांव कोतवाल आरबी सुमन का कहना है कि सुजीत वर्मा 22 फरवरी की सुबह उसे बहला-फुसलाकर लखनऊ ले गया था। वहां रेलवे लाइन के पास उसके साथ दुष्कर्म किया और वहीं उसे छोड़कर कहीं चला गया था। इसके बाद वह (किशोरी) आलमबाग निवासी रामेंद्र के संपर्क में आई थी।
आरोपितों के विरुद्ध दुष्कर्म के आरोप में लिखा मुकदमा : कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपित सुजीत वर्मा और लखनऊ के आलमबाग निवासी रामेंद्र के विरुद्ध किशोरी से दुष्कर्म के आरोप में मुकदमा लिखा गया है। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
किशोरी की गुमशुदगी का नहीं मिला प्रार्थना पत्र : कोतवाली प्रभारी आरबी सुमन ने यह भी बताया कि किशोरी के पिता की तरफ से गुमशुदगी के संबंध में कोई भी तहरीर नहीं दी गई थी।