आम महोत्सवः योगी अाम के साथ दशहरी और हुस्नआरा की खुशबू से महक उठा लखनऊ
केसरिया रंग के पंडाल में 'अरुणिका' ने सभी का दिल जीत लिया तो सर्वश्रेष्ठ आम का तमगा पाने में भी कामयाब रही। 'मल्लिका' बनावट से अपनी ओर खींच रही थी। '
लखनऊ (जेएनएन)। तमाम रंगों, आकारों और लाजवाब स्वाद लिए आम के स्टॉलों पर कोई सेल्फी ले रहा था तो कई उसकी महक से मिठास का अंदाजा लगा रहे थे। खास बात यह थी आम के अनोखे अवतारों का दीदार करने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पहुंचे। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में शनिवार से शुरू हुए दो दिवसीय आम महोत्सव में आम के साथ कई खास लोग भी शामिल हुए।
केसरिया रंग के पंडाल में 'अरुणिका' ने सभी का दिल जीत लिया तो सर्वश्रेष्ठ आम का तमगा पाने में भी वह कामयाब रही। 'मल्लिका' भी अपनी बनावट से दर्शकों को अपनी ओर खींच रही थी। 'दशहरी' के साथ 'हुस्नआरा' की खुशबू के कायल दर्शक घंटों परिसर में घूमते नजर आए। केंद्रीय उपोष्ण एवं बागवानी संस्थान के निदेशक डॉ.शैलेंद्र राजन ने बताया कि दशहरी के अलावा कई प्रजातियां पहली बार महोत्सव में आईं हैं। सबसे अधिक आम की प्रजातियों को लेकर आने वाले बागवान एससी शुक्ला के पास 300 से अधिक प्रजातियां हैं। उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक एसबी शर्मा ने बताया कि पहली बार प्रदर्शनी में 700 प्रजातियों के 2558 नमूने 740 प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित किए गए। रविवार को सुबह से देर शाम तक प्रदर्शनी आम दर्शकों के लिए खुली रहेगी।
आम को खास बनाने की तैयारी
अफ्रीका में होने वाला आम 'सेंसेशन' राजधानी में देख लोग खिंचे चले आए। आम को अचार के साथ ही जूस के रूप में तब्दील करके उसे खास बनाने के बारे में भी महोत्सव में बताया जा रहा था। बालागंज से आए मुहम्मद अनस ने बताया कि वह हर साल करीब 28 टन आम विदेश में भेजते हैं। सीमा शुक्ला भी 'टॉमी एटकिनÓ प्रजाति के आम की जानकारी के साथ ही लोगों को दशहरी की खासियत बता रही थीं।
सहारनपुर के स्टॉल ने किया आकर्षित
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदर्शनी अवलोकन के दौरान आमों की कई प्रजातियों के बारे में जानकारी ली। सहारनपुर से आए औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण संस्थान के उप निदेशक आरके सिंह और बागवानी विशेषज्ञ बालीशरण चौधरी मुख्यमंत्री को आम की जानकारी दे रहे थे। रहमान खेड़ा के केंद्रीय बागवानी एवं उपोष्ण संस्थान के स्टॉल पर मुख्यमंत्री ने आम हाथ में लिया और उसको सूंघ कर मिठास का अनुमान लगाने की कोशिश की। निदेशक डॉ.शैलेंद्र राजन ने आम की खूबियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने बागवान उपेंद्र सिंह व एससी शुक्ला के स्टॉल पर भी आमों का अवलोकन का उनकी तारीफ की।
सीएम के इंतजार में रहा 'योगी आम'
सहारनपुर मंडल की ओर से लगे स्टॉल में रखे 'योगी आम' महोत्सव के आकर्षण का केंद्र रहा। इस आम को नाम देने वाले मुजफ्फरनगर निवासी तारिक मुस्तफा ने बताया कि स्थानीय सलेक्शन से इसको बनाया और पहली बार यह आम निकला है। एक पेड़ में मात्र 100 आम ही होते हैं। इसका रंग केसरिया जैसा है और सीएम केसरिया ही पहनते हैं।
दाम कम मिलने को लेकर किसान का हंगामा
महोत्सव में उन्नाव से आए किसान ने हंगामा शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने अपने भाषण को खत्म किया, तभी प्रेक्षागृह में बैठे उन्नाव से आए किसान अनिल कुमार मिश्र अपनी बात कहने के लिए उठे और मंडी की अव्यवस्था के बारे में जोर-जोर से बताने लगे। उनका कहना था कि किसान परेशान हैं। बिचौलिए उनके आम को 300 रुपये में खरीद रहे हैं। मंडी में किसानों को जाने तक नहीं दिया जाता है। सरकार निर्यात बढ़ाए और कम से कम 800 रुपये में आम खरीदे। हम इस मंच से सीएम से अपनी बात नहीं कहेंगे तो किससे कहेंगे। किसान का आरोप है कि सीओ आलमबाग तनु उपाध्याय ने उन्हें घसीट कर प्रेक्षागृह से बाहर निकालने का निर्देश दिया और पुलिस ने भी अभद्रता की। पुलिस ने किसान को प्रेक्षागृह से बाहर कर दिया।
अपर मुख्य सचिव सूचना को नहीं जगह
अव्यवस्था का आलम यह था कि अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश अवस्थी को भी बैठने की जगह नहीं मिली। इस असहज स्थिति को देखकर उन्हें कई बार अपनी सीट बदलनी पड़ी जिसे लेकर उन्हें परेशान होना पड़ा। बामुश्किल से उन्हें सीट मिल सकी और वह नाराज भी नजर आए।