ग्राउंड जीरो पर हार के कारणों की पड़ताल करेगी भाजपा
मैनपुरी का चुनाव हारने के बाद भाजपा आलाकमान ने हार की समीक्षा करनी शुरु कर दी है। भाजपा मैनपुरी में हार का कारण पता लगाने के लिए अब ग्राउंड जीरो पर अपने कार्यकर्ताओं नेताओं को भेजकर हार का पता लगाएगी।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो : मैनपुरी लोकसभा सीट भारी अंतर से हारने और खतौली सीट गंवाने से स्तब्ध भारतीय जनता पार्टी दोनों सीटों पर हार के कारणों की समीक्षा करेगी। हार के कारणों का पता लगाने के लिए पार्टी दोनों सीटों पर वरिष्ठ पदाधिकारियों की टीम भेजेगी। पार्टी की यह टीमें ग्राउंड जीरो पर जाकर यह पता करेंगी कि मैनपुरी और खतौली में रणनीति और चुनाव प्रबंधन के स्तर पर कहां चूक हुई।
कुछ अपवादों को छोड़ दें तो उपचुनाव में सत्ताधारी दल अपना दबदबा बरकरार रखने में कामयाब होते हैं। डबल इंजन की सरकार का दम भरने वाली भाजपा ने भी तीनों सीटों पर अपना परचम लहराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया था। रामपुर का सपाई गढ़ तो भाजपा ने ढहा दिया लेकिन मैनपुरी में सपा ने भारी अंतर से जीत दर्ज की। मैनपुरी में भाजपा प्रत्याशी का अपना बूथ हार जाना भी पार्टी के लिए विस्मयकारी रहा। पिछले दो बार की जीती सीट भी पार्टी की मुट्ठी से फिसल गई। सत्ताधारी होने के साथ सांगठनिक दृष्टि से भी विरोधी से मजबूत होने के बावजूद उपचुनाव में दो सीटों पर मिली हार से पार्टी के लिए असहज स्थिति पैदा हुई है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि मैनपुरी और खतौली में हुई हार की पार्टी स्थानीय स्तर पर समीक्षा करेगी। दोनों सीटों पर पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों की टीम भेजी जाएंगी ताकि हमें ग्राउंड जीरो से हार के कारणों के बारे में सही जानकारी मिल मिल सके। यह टीमें मैनपुरी और खतौली में जिले से लेकर बूथ स्तर तक भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ताओं से फीडबैक हासिल करेंगी। टीमें यह जानने की कोशिश करेंगी कि प्रत्याशी चयन, रणनीति और चुनाव प्रबंधन में कहां चूक हुई और पार्टी की कोशिश में कहां कमी रह गई।
सिर्फ मैनपुरी और खतौली ही नहीं, पार्टी की ओर से रामपुर भी टीम भेजी जाएगी ताकि यह पता चल सके कि वहां क्या बेहतर हुआ। चौधरी ने कहा कि रामपुर में कठिन चुनौती के बावजूद भाजपा वहां जीतने में कामयाब रही। यदि वहां कुछ अच्छा हुआ है तो भविष्य में उसे दूसरी जगहों पर आजमायेंगे।