Lumpy Virus: यूपी में लम्पी वायरस से सबसे कम पशुओं की मौत, कारगर साबित हुई योगी सरकार की रणनीति
Lumpy Virus उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की रणनीति लम्पी वायरस पर कारगर साबित होती नजर आ रही है। प्रदेश में लम्पी वायरस से सबसे कम पशुओं की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित छह राज्यों में संक्रमण और मृत्यु दर में उत्तर प्रदेश सबसे पीछे है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Lumpy Virus In UP देश भर में पशुओं पर कहर बनकर टूट रही लम्पी स्किन डिजीज के प्रसार पर रोक लगाने में योगी सरकार की रणनीति कारगर साबित नजर आ रही है। देश के 14 राज्यों में तेजी से अपने पैर पसारने वाले इस संक्रमण के कदम उत्तर प्रदेश के एक भाग यानी पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक ही ठिठक गए।
सर्वाधिक प्रभावित छह बड़े राज्यों में संक्रमित पशुओं और मृत्यु की संख्या यहां सबसे कम पाई गई है। भारत सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग के आंकड़ों के अनुसार इस वायरस से देशभर में अब तक 20 लाख 57 हजार 700 पशु संक्रमित हैं, जबकि 97 हजार से ज्यादा पशुओं की मृत्यु हो चुकी है। राज्यों में सबसे खराब हालात राजस्थान के हैं, जहां 14 लाख से ज्यादा पशु संक्रमित हुए हैं और 64 हजार से ज्यादा की मृत्यु हो चुकी है।
पंजाब में संक्रमित पशुओं की संख्या 1,73,159 है, जिनमें 17,200 मौत का आंकड़ा है। वहां मृत्यु दर 10 प्रतिशत से ज्यादा है। गुजरात में 1,56,236 पशु चपेट में आए, जिनमें 5,544 की मृत्यु हुई है। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में 66,333 पशु संक्रमित हुए हैं, जिनमें 2,993 की जान चली गई। हरियाणा में 97,821 पशुओं पर लम्पी का हमला हुआ, जिनमें मृत्यु हुई 1,941 की।
जम्मू-कश्मीर में संक्रमित पशुओं का आंकड़ा 32,391 है, जिनमें 333 पशुओं की जान गई। वहीं, उत्तर प्रदेश में अब तक 26,024 पशु इस वायरस से प्रभावित हुए हैं, जिनमें में मात्र 273 पशुओं की ही मृत्यु हुई है। यहां पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 26 जिले लम्पी से प्रभावित हैं।
पशुओं के संक्रमण से ठीक होने की दर 64 प्रतिशत है और मृत्यु दर मात्र एक प्रतिशत है। पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हम कोराेना की तर्ज पर टीम-9 बनाकर नियमित समीक्षा कर रहे हैं। इलाज और टीकाकरण का अभियान चलाया है। इससे संक्रमण पर काबू पाने सफलता मिली है।
प्रदेश में 1126 टीमें टीकाकरण के लिए गठित की हैं, जिनके द्वारा 50 लाख गोटपाक्स के टीके लगाए जा चुके हैं। पशुओं को बचाने के लिए सरकार अब हर जिले में टीकाकरण शुरू करने जा रही है। 10 अक्टूबर तक एक करोड़ टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में 1.22 करोड़ टीके उपलब्ध हैं।