Lucknow University: आनलाइन क्लास ग्रुप में अश्लील मैसेज भेजने वाला छात्र निलंबित, धार्मिक टिप्पणी करने वाले की जांच शुरू
लखनऊ विश्वविद्यालय के टीचिंग वाट्सएप ग्रुप पर अश्लील फोटो और कमेंट पोस्ट करने वाले छात्र आदित्य सिंह को एलयू प्रशासन ने निलंबित कर दिया है। साथ ही उसके निष्कासन की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सोमवार को ये जानकारी दी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग के वाट््सअप ग्रुप में अश्लील मैसेज और फोटो भेजने वाले बीए तृतीय वर्ष (छठा सेमेस्टर) के छात्र आदित्य सिंह को विश्वविद्यालय ने निलंबित कर दिया है। सोमवार को दोपहर में हुई प्राक्टोरियल बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया। चीफ प्राक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने शाम को इसका आदेश जारी कर दिया। इसके साथ ही उसके निष्कासन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
बीती 18 जुलाई को बीत तृतीय वर्ष के छात्र ने विभाग के वाट््सअप ग्रुप पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजे थे। इसकी शिकायत छात्रों ने लविवि प्रशासन की थी। मामले में चीफ प्राक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने एफआइआर दर्ज करवाई थी। लेकिन 22 जुलाई को छात्र ने फिर अश्लील मैसेज और चित्र भेजे। मामले में दोबारा रिपोर्ट दर्ज करवाई गई। रविवार को आरोपित छात्र हसनगंज पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने आरोपित छात्र की पहचान आदित्य सिंह के नाम से की। उसके पास से मोबाइल फोन और दो सिमकार्ड भी बरामद किए गए। छात्र की पहचान होने के बाद सोमवार को चीफ प्राक्टर प्रो.दिनेश कुमार ने प्राक्टोरियल बोर्ड की बैठक बुलाई। उन्होंने बताया कि आरोपित छात्र आदित्य सिंह की इस हरकत की वजह से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठता प्रभावित हुई है। इसलिए उसे निलंबित करते हुए तीन दिन में लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। साथ ही विश्वविद्यालय के परिसर और छात्रावासों में प्रवेश भी पूरी तरह से प्रतिबंधित करते हुए सभी छात्र सुविधाओं से वंचित कर दिया है।
धार्मिक टिप्पणी करने के मामले में कमेटी बनी, जांच शुरू
लखनऊ विश्वविद्यालय के एमए राजनीति विज्ञान द्वितीय सेमेस्टर के वाट््सअप ग्रुप पर धर्म और जातीय टिप्पणी किए जाने के मामले की जांच शुरू हो गई है। सोमवार को चीफ प्राक्टर प्रो. दिनेश कुमार ने पांच सदस्यीय कमेटी बना दी। उन्होंने बताया कि कमेटी उन सभी छात्रों के बयान लेकर जांच करेगी जिन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई और जिस छात्र ने ग्रुप पर विवादित मैसेज भेजे। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।