दुनिया भर की शीर्ष शैक्षिक संस्थाओं में लखनऊ विश्वविद्यालय ने बनाई जगह
देश के अग्रणी 63 विश्वविद्यालयों जैसे आइआइएससी आइआइटी मेडिकल विवि इसकी सूची में शामिल हैं।
लखनऊ, जेएनएन। शताब्दी वर्ष में लखनऊ विश्वविद्यालय की झोली में अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि आयी है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने विश्व के शीर्ष चुनिंदा संस्थानों में जगह बनाने में सफलता हासिल की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि विश्व विख्यात 'टाइम्स हायर एजुकेशन यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2021' में लखनऊ विश्वविद्यालय भी जगह बनाने में सफल साबित हुआ है।
कुलपति प्रो आलोक कुमार राय इसे अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि मानते हैं। उन्होंने बताया कि देश के अग्रणी 63 विश्वविद्यालयों जैसे आइआइएससी, आइआइटी, मेडिकल विवि इसकी सूची में शामिल हैं। उनका कहना है कि रैंकिंग विभिन्न स्टैंडर्ड पैरामीटर्स पर बेहतर परफॉर्म कर इस सूची में हमने जगह बनाई है।
लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ ने टाइम्स रैंकिंग में स्थान बनाने के लिए सभी शिक्षकों को बधाई। संघ पदाधिकारियों का कहना है कि शिक्षकों के पब्लिकेशन से ही इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सका है। टाइम्स रैंकिंग में अप्लाई करने के लिए पिछले 5 साल में 1500 पब्लिकेशन होना आवश्यक है। लखनऊ विश्वविद्यालय के उन तमाम शिक्षकों की बदौलत यह संभव हुआ है जो दिन-रात रिसर्च करके पेपर पब्लिश करते हैं।
एकेटीयू : विलंब शुल्क के एवज में 10 हजार मांगे
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने परीक्षा फॉर्म भरने से रह गए विद्यार्थियों पर 10 हजार रुपये विलंब शुल्क के साथ फॉर्म भरने का एक मौका दिया हैं। लेट फीस के नाम पर दस हज़ार मांगे जाने से विद्यार्थियों में नाराजगी है। विद्यार्थियों का कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने सर्कुलर जारी कर कहां है कि जिन छात्रों ने इवेन सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षा फॉर्म नहीं भरा है, उन्हें 10 हजार रूपये विलंब शुल्क के साथ फॉर्म भरने का मौका दिया जाएगा। बता दें कि एकेटीयू में बीटेक अंतिम वर्ष व पीजी की परीक्षाएं आठ सिंतबर से हैं। परीक्षा में करीब 45 से 50 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षा में शामिल होने वाले ऐसे भी छात्र हैं जिन्होंने अभी तक परीक्षा फॉर्म नहीं भरा है। जबकि विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से परीक्षा फॉर्म भरने की मोहलत मांगी थी। बुधवार शाम को परीक्षा विभाग ने इस संबंध में सर्कुलर जारी कर दिया।