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NET में लखनऊ विश्वविद्यालय के मेधावियों का दबदबा, 12 से अधिक अभ्‍यर्थी हुए सफल

लखनऊ विश्वविद्यालय के सुपर 30 के एक दर्जन से अधिक होनहार नेट जेआरएफ में सफल हुए है। विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में नेट जेआरएफ की तैयारी के लिए विशेष कक्षाएं संचालित होती हैं। विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर एम.कॉम के छात्रों को इन परीक्षाओं के लिए निशुल्क तैयार करते हैं।

By Rafiya NazEdited By: Published: Thu, 03 Dec 2020 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 03 Dec 2020 07:30 AM (IST)
NET में लखनऊ विश्वविद्यालय के मेधावियों का दबदबा, 12 से अधिक अभ्‍यर्थी हुए सफल
लखनऊ विश्वविद्यालय के सुपर 30 के 12 से अधिक होनहार नेट जेआरएफ में सफल हुए है।

लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय के सुपर 30 के एक दर्जन से अधिक होनहार नेट जेआरएफ में सफल हुए है। विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग में नेट जेआरएफ की तैयारी के लिए विशेष कक्षाएं संचालित होती हैं। विश्वविद्यालय के रिसर्च स्कॉलर एम.कॉम के छात्रों को इन परीक्षाओं के लिए निशुल्क तैयार करते हैं। वाणिज्य विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अवधेश त्रिपाठी ने बताया कि इन कक्षाओं की शुरुआत पिछले वर्ष की गई थी। 

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दिसंबर 2019 की परीक्षा में विभाग के 9 छात्र छात्राओं ने सफलता पाई थी। इस बार जेआरएफ में सफलता पाने वालों में अक्षत बत्रा, प्रिया सिंह और साहिबा खान शामिल हैं। वहीं, दुर्गेश यादव, अनन्या अग्रवाल, सोनाली, शिवानी मौर्या, रवि कुमार, सुमित कुमार समेत अन्य ने नेट में सफलता रहे हैं। इन कक्षाओं से अलग तैयारी कर रहे एम.कॉम के छात्रा मानसी जोशी और वंशिका आनंद ने भी सफलता पाई है।

विभागवार चयनित विद्यार्थी

अंग्रेजी- 13

सांखिकीय-2

सोशियोलॉजी-6

फिलॉसफी-2,मॉर्डन

हिस्ट्री-3

फिजिकल एजुकेशन-3

एजुकेशन-12

एंसीयंट इंडियन हिस्ट्री-1

अरेबिक-4

अपलाइड इक्नॉमिक्स-4

सोशल वर्क-1

लॉ-1

ऊर्दू-6

एंथ्रोपोलॉजी-3

डिफेंस स्टडीज-1

पॉलिटिकल साइंस-8

कॉर्मस-12

लविवि में सात से होगी ऑफलाइन क्‍लासेस 

लखनऊ विश्वविद्यालय का दावा है उसका कोर्स 50 से 70 फीसद  ऑनलाइन जरिये से ही पूरा किया जा चुका है। मगर अब परीक्षा नजदीक है, इसी वजह से राज्य सरकार ने 20 नवंबर को निर्देश दिया था कि 23 नवंबर से ऑफलाइन क्लासेस का आगाज कर दिया जाए। सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने व्यवस्था को लागू भी कर दिया था। मगर लविवि लागू नहीं कर सका। विश्वविद्यालय के प्रवक्ता दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सभी डीन और विभागाध्यक्ष को इस बात की जानकारी दे दी गई है। उनको कह दिया गया है कि वे ऑफलाइन क्लास संचालन के लिए टाइम टेबल बनाएं, ताकि सात दिसंबर से पढ़ाई शुरू की जा सके।


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