ट्रैफिक नियम तोडऩे वालों से दिल्ली की तर्ज पर निपटेगी लखनऊ यातायात पुलिस
2019 में दिल्ली के तर्ज पर नई पहल शुरू करने की योजना, एसएसपी ने उच्चाधिकारियों से किया आग्रह, अनुमति का इंतजार।
लखनऊ [ज्ञान बिहारी मिश्र] । राजधानी में ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर करने के लिए नए वर्ष में नई कार्यप्रणाली तैयार की जा रही है। यातायात नियम तोडऩे वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए दिल्ली की तर्ज पर राजधानी में भी सिपाहियों को वाहनों के चालान करने की शक्ति देने की योजना बनाई गई है। एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक उच्चाधिकारियों से इस बाबत आग्रह किया गया है। अनुमति मिलते ही यह योजना लागू कर दी जाएगी, जिससे ट्रैफिक की दिशा में सहयोग मिलेगा।
नियम के मुताबिक प्रदेश में अब तक न्यूनतम स्तर पर दारोगा स्तर के अधिकारी को ही चालान काटने का अधिकार है। हालांकि दिल्ली में सिपाही भी वाहनों की चेकिंग करते हैं और चालान काटते हैं। इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजधानी में लागू करने की पहल एसएसपी ने की है। माना जा रहा है कि वर्ष 2019 में यातायात व्यवस्था को सुदृढ बनाने के उद्देश्य से शासन से इसकी अनुमति भी मिल सकती है।
नए साल में करेंगे ये काम
एसएसपी के मुताबिक ट्रैफिक को लेकर नए साल में राजधानी पुलिस शिक्षा, इंजीनियरिंग और अतिक्रमण पर मुख्य रूप से काम करेगी। ट्रैफिक विभाग के सिपाहियों को प्रशिक्षित किया जाएगा और आम जनमानस को जागरूक। चयन किए गए 25 चौराहों/तिराहों पर ट्रैफिक सिगनल लगाया जाएगा। 50 मुख्य बाजारों में संबंधित विभागों से तालमेल बनाकर पार्किंग के लिए स्थान चिंहित होगा और 25 ऑटो स्टैंड निर्धारित होंगे। शहर में प्रवेश करने वाले छह हाईवे पर ट्रक ले बाई की जगह भी निर्धारित होगी। टेढ़ीपुलिया पर अंडर पास और पत्रकारपुरम में मल्टीलेवल पार्किंग का प्रस्ताव बनेगा।
बनाएंगे नई व्यवस्था
- दिन में अलग-अलग समय पर ट्रैफिक लोड के अनुसार ट्रैफिक सिगनल के समय में बदलाव होगा।
- स्कूलों के पाठ्यक्रम में ट्रैफिक नियम संबंधी पाठ का समायोजन होगा।
- ट्रैफिक पुलिसकर्मी गूगल मैप के माध्यम से ट्रैफिक लोड के हिसाब से मार्ग परिवर्तित करेंगे।
- पॉलीटेक्निक चौराहे पर सब-वे का निर्माण करने की तैयारी।
- जिन वाहनों का परमिट अवैध हो गया है, उन्हें चिन्हित कर हटाया जाएगा।