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    'कफ सीरप मामले में शामिल बड़ों पर हो कड़ी कार्रवाई', DGP बोले- छोटे कारोबारियों को परेशान न करें

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 10:06 PM (IST)

    कफ सीरप मामले में बड़े लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार दवा निर्माण में अनियमितताओं को लेकर सख्त है। लखनऊ पुलिस और औषधि विभाग मिलकर म ...और पढ़ें

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    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। कोडीन युक्त कफ सीरप की अवैध सप्लाई के मामले में शामिल रहे बड़ों व सफेदपोशों पर कार्रवाई और तेज होगी। डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि जिन जिलों में इस मामले से जुड़े मुकदमे दर्ज कराए गए हैं, वहां सिंडीकेट में शामिल रहे बड़ों पर शिकंजा कसा जाए।

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    मुख्य आरोपितों के नेटवर्क में शामिल रहे संदिग्धों की भी पूरी गहनता से जांच का निर्देश भी दिया। कहा, छोटे कारोबारियों का बेवजह परेशान न किया जाए। कहा, राजपत्रित अधिकारियों द्वारा थानों के निरीक्षण को अधिक प्रभावी व गुणात्मक बनाने के लिए नए प्रोफार्मा को शीघ्र जारी किया जाएगा।

    डीजीपी ने मंगलवार को पुलिस मुख्यालय में आईजीआरएस, साइबर क्राइम, जीरो फैटेलिटी डिस्ट्रिक्ट व मिशन शक्ति केंद्र की विस्तृत समीक्षा की। बीते दिनों हुई डीजीपी/आईजी कांफ्रेंस की संस्तुतियों पर भी विमर्श किया गया।

    डीजीपी ने कहा कि गौ-तस्करी, साइबर अपराध व अन्य संगठित अपराधों में संलिप्त अपराधियों की वित्तीय लेनदेन की ट्रेल को भी विवेचना में शामिल किया जाए। इसके साथ ही शिकायतों के त्वरित व प्रभावी निस्तारण के लिए चौकी प्रभारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करने का निर्देश दिया। कहा, चौकी पर प्रकरणों का गुणवत्तापूर्वक निस्तारण सुनिश्चित कराया जाए।

    डीजीपी ने कहा कि नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को प्रत्येक आधे घंटे में देखा जाए और तीनों शिफ्टों में अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर उसकी नियमित समीक्षा की जाए। साइबर फ्राड में ठगी गई रकम की रिकवरी और तेज कराई जाए।

    दुर्घटनाओं में आई 15 प्रतिशत कमी

    बैठक में बताया गया कि प्रदेश में चिह्नित 20 जीरो फैटेलिटी डिस्ट्रिक्ट में डीजीपी मुख्यालय स्तर पर बनाई गई कार्ययोजना लागू करने से सात नवंबर से सात दिसंबर के मध्य एक माह में सड़क हादसों में 15 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।

    डीजीपी ने कहा कि जिन स्थानों पर हाईवे पेट्रोलिंग के लिए पुलिस वाहनों की संख्या कम है, वहां राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के पीआरवी वाहनों को भी पेट्रोलिंग में शामिल किया जाए।