Move to Jagran APP

लखनऊ का राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय बना राजनीति का अखाड़ा, छात्राओं से मिले कांग्रेसी

मोहान रोड स्थित राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में बासी भोजन खाने से फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुई 17 छात्राओं का मामला नाटकीय ढंग से राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। मंगलवार को कांग्रेसियों ने विद्यालय जाकर छात्राओं और प्रधानाचार्य से मुलाकात की है।

By Dharmendra MishraEdited By: Published: Tue, 30 Nov 2021 08:35 PM (IST)Updated: Tue, 30 Nov 2021 08:35 PM (IST)
लखनऊ का राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय बना राजनीति का अखाड़ा, छात्राओं से मिले कांग्रेसी
राजकीय आश्रम पद्धति बालिका इंटर कालेज की छात्राओं से मिले कांग्रेसी।

लखनऊ संवादसूत्र। मोहान रोड स्थित राजकीय आश्रम पद्धति बालिका विद्यालय में बासी भोजन खाने से फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुई 17 छात्राओं का मामला नाटकीय ढंग से राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। मंगलवार को कांग्रेसियों ने विद्यालय जाकर छात्राओं और प्रधानाचार्य से मुलाकात की है।

loksabha election banner

निलंबित प्रधानाचार्य वंदना त्रिवेदी की फोन वार्ता के बाद सोमवार की देर रात छात्राओं का प्रदर्शन समाप्त हुआ था और छात्राओं को वापस छात्रावास भेज दिया था। मंगलवार को समाज कल्याण विभाग के उच्चाधिकारियों के आदेश पर कक्षा 6,7,8,9,11 के छात्राओं की एक सप्ताह के लिए छुट्टी कर दी गई थी। जिस पर अभिभावकों की भीड़ जमा रही और अपने बच्चियों को घर वापस ले गए। 10वीं की छात्राओं की परीक्षा भी हुई।

वहीं विद्यालय की छात्राओं के बीमार होने व उनके द्धारा किए जा रहे प्रदर्शन की जानकारी होनें पर कांग्रेस पार्टी का सात सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल शहर अध्यक्ष अजय श्रीवास्तव के नेतृत्व में विद्यालय पहॅुचा और छात्राओं से हालचाल पूछा। उनको हर सम्भव मदद करने का आश्वासन भी दिया। विद्यालय की प्रधानाचार्य अभिलाषा त्रिपाठी से मुलाकात कर समस्याओं के बारे में जानकारी ली।

प्रतिनिधि मण्डल में महिला कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष डा प्रियंका मौर्या, रफत फातिमा, दिलप्रीत सिंह, आशुतोष मिश्रा, सदर जफर आदि मौजूद थे। अजय श्रीवास्तव ने सरकार से समाज कल्याण विभाग निदेशक राकेश कुमार व जिला समाज कल्याण अधिकारी डा अमरनाथ यति को खराब भोजन परोसने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए इनके निलंबन की मांग की है।

बोले उपनिदेशकः

वहीं समाज कल्याण उपनिदेशक श्रीनिवास द्धिवेदी का कहना है कि विद्यालय के माहौल को देखते हुए छात्राओं को एक सप्ताह के लिए छुट्टी देकर घर भेजा गया है। जिसमें कक्षा दस व बारह की छात्राओं की छुट्टी नहीं हुई है। उनकी बोर्ड की परीक्षा हो रही है। साथ ही बताया कि छात्राओं को अनुशासन में रहने के लिए सहमति पत्र की कापी दी गई है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.