Lucknow School Reopen: सुरक्षा सतर्कता के साथ खुले स्कूल, महीनों बाद दोस्तों को देख खिले चेहरे
Lucknow School Reopening News Update स्कूल दो पालियों में सुबह 8.50 से दोपहर 3.20 बजे तक संचालित किये गए। मास्क व सैनिटाइजर के साथ मुस्तैद दिखे स्कूल प्रशासन व विद्यार्थी। मुस्कुराते हुए अभिवावकों का सहमतिपत्र लेकर पहुंचे स्कूल।
लखनऊ, जेएनएन। Lucknow School Reopening News Update : कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों के दरवाजे सोमवार यानी आज से कक्षा नौ से 12वीं तक के बच्चों के लिए खुल गए। स्कूल तो वही सात महीने पुराना था। सहपाठी भी वही थे। महीनों बाद दोस्तों को देख मास्क के अंदर से मुस्कुराहट यह बता रही थी कि विद्यार्थी दोस्तों से मिलने के लिए कितने बेकरार थे। सुरक्षा और सतर्कता के साथ सोमवार की सुबह जब स्कूल खुले तो शिक्षकों के साथ ही विद्यार्थियों में भी उत्साह नजर आया। सात महीनों से सन्नाटे में रहने वाले विद्यालय विद्यार्थियों की आमद से गुलजार हो उठे।
शहर का हर इलाके में अधिकतर सरकारी व निजी विद्यालय खुले नजर आए और कक्षाओं में पढ़ाई के लिए पहली पाली में कक्षा नौ से 10 और दूसरी पाली में 11 और 12 के छात्र-छात्राएं पहुंचे। स्कूलों में सुबह से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए थे। 50 फीसद विद्यार्थियों के आने की नोटिस के बावजूद उपस्थिति कम रही, लेकिन जो आए उनके चेहरे पर मुस्कान सरकार के फैसले के साथ खड़ी नजर आई।
कई निजी विद्यालयों की ओर से तो विद्यार्थियों के स्वागत के लिए शिक्षिकाएं स्वागत थाल लेकर खड़ी नजर आईं। बच्चों को टीका लगाकर उन्हें उज्जवल भविष्य और स्वस्थ शरीर की कामना करते हुए विद्यालय में प्रवेश कराया। कई विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या से कई गुना शिक्षकों की संख्या नजर आई। विद्यालय आने वाले हर छात्र के हाथ में अभिभावक का सहमति पत्र था। जिनके पास सहमतिपत्र नहीं था उन्हें वापस कर दिया गया। सहमति पत्र जब वह लेकर आए तभी विद्यालय में प्रवेश दिया गया। बहुत से बच्चों को उनके अभिभावक खुद छोड़ने के लिए स्कूल गए।
उत्सुकता ऐसी कि 7:30 बजे ही पहुंच गए विद्यालय, शिक्षक पहुंचे 8:50 पर
हुसैनाबाद इंटर कॉलेज के छात्रों में विद्यालय खुलने की ऐसी उत्सुकता दिखी कि नवीं के आदिल, फैजान और 10वीं के छात्र नावेद करीब 07ः30 बजे ही विद्यालय पहुंच गए। सभी मास्क लगाए थे दोस्तों के साथ हंसी और ठहाके लगा रहे थे। विद्यालय में शिक्षक 08:50 पर कक्षाएं शुरू होने के समय पहुंचे। इतने समय तक बच्चों का ट्रेम्परेचर चेक किया था। स्कूल में सैनिटाइजेशन का काम चल रहा था।
यहां नहीं आए छात्र
लखनऊ पब्लिक स्कूल मैं सोमवार को कोई भी छात्र छात्रा स्कूल नहीं आया। टीचर शेखर शर्मा ने बताया कि सिर्फ़ योग क्लास लेने वाल कुछ छात्र आए हैं। इसी तरह मिलेनियम स्कूल में भी कोई छात्र छात्रा स्कूल नहीं आया। गार्ड ने बताया कि स्कूल खुल गया है। मगर आज कोई नहीं आया है।
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सुरक्षा मानकों के साथ बुलाया बच्चों को
आलमबाग के सिंगारनगर स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्य सुधा बाजपेयी सुबह से ही गोले बनाने के साथ ही सुरक्षा संसाधनों के साथ तैयार थी। अभिभावक के सहमति पत्र के साथ अंदर आते ही थर्मल स्कैनिंग के बाद सभी को अंदर लिया गया। प्रधानाचार्य ने बताया कि हाईस्कूल में 96 छात्राएं हैं। एक दिन छोड़कर आधी छात्राएं बुलाई जाएंगी। इंटर में पंजीकृत 239 में 50 फीसद एक दिन छोड़कर बुलाया जाएगा। छात्रा काजल वर्मा ने बताया कि काफी अच्छा लग रहा है। ऑनलाइन पढ़ाई हो रही थी, लेकिन दोस्तों से मिले काफी दिन हो गया था। ज्योति का कहना है कि लंबे समय के बाद स्कूल आने का मौका मिला है। अब हमारी जिम्मेदारी है कि हम सुरक्षा का ध्यान रखें। टेक्निकल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डीके गर्ग ने बताया कि दो छात्र ही आए थे। सुरक्षा संसाधनों के साथ ही पढ़ाई शुरू हो गई। कृष्णा नगर स्थित बिजली विभाग द्वारा संचालित शक्ति मांटेसरी हाई स्कूल में कक्षा नौ से दस में 20 विद्यार्थी आए। प्रिंसिपल हरिनाम सिंह ने बताया कि स्कूल में 122 बच्चे अध्ययनरत हैं। अभी तक 20 विद्यार्थियों के अभिभावकों ने ही सहमति पत्र दिया है। ऑनलाइन पढ़ाई का विकल्प भी खुला है। वहीं, केशरी बाल शिक्षा केंद्र इंटर कॉलेज में भी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कक्षाएं शुरू हुईं। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मास्क और ग्लब्स पहनकर आए विद्यार्थियों को ही प्रवेश दिया गया। प्रबंधक सौभाग्य चौधरी ने बताया कि फिलहाल एक कक्षा में पांच से छह बच्चों को बैठाकर पढ़ाई शुरू की है। वहीं, कानपुर रोड स्थित जयपुरिया स्कूल में भी सुरक्षित तरीके से पढ़ाई को लेकर सारी तैयारियां कर ली गई हैं, पर प्रिंसिपल पूनम गौतम ने बताया कि कक्षाएं नवंबर से शुरू की जाएंगी। सीएमएस अलीगंज सेक्टर-ओ और केद्रीय विद्यालय अलीगंज में भी सुरक्षा मानकों के साथ कक्षाएं चलीं। हरदोई रोड स्थित सीएमएस में जेड आकार में कक्षाएं संचालित थीं। एक सीट पर एक बच्चा बैठा था। मानक से भी कम बच्चे पहुंचे।
खुद से बनाई टनल से सैनिटाइज होकर निकले बच्चे
राजाजीपुरम और सीतापुर रोड स्थित सेंट जोसेफ पब्लिक इंटर कॉलेज में बच्चे खुद से बनाई सैनिटाइजेशन टनल से सैनिटाइज होकर निकल रहे थे। यहां परिसर के अंदर प्रवेश द्वार पर ही यह टनल लगाई गई थी। प्रबंधक अनिल अग्रवाल भी मौजूद रहें। कोविड-19 से सुरक्षा के सारे बंदोबस्त थें।राजाजीपुरम बी ब्लॉक स्थित लखनऊ पब्लिक कॉलेज में भी बच्चों की सुरक्षा के लिए इंतजाम किए गए थे। पहले दिन कम संख्या में बच्चे पंहु चे। बच्चों को मास्क लगाकर ही प्रवेश दिया गया। इस दौरान उनका तापमान भी चेक और सैनिटाइज भी किया गया। राजाजीपुरम बी ब्लॉक स्थित ममता मॉडर्न इंटर कॉलेज में स्कूल के बाहर शारारिक दूरी का पालन करने के लिए गोले नहीं बनाए गए थे।
लौटाए गए बिन सहमतिपत्र के आए विद्यार्थी
कालीचरण इंटर कॉलेज में कक्षा नौ की छात्रा इरम फातिमा और लक्ष्मी अभिभावक के साथ पहुंची। दोनों के पास सहमतिपत्र नहीं था। अभिभावकों ने सहमतिपत्र तुरंत देने के लिए कहा पर उनके पास आधार नंबर नहीं था। इसके बाद वह घर गए एक घंटे बाद सहमतिपत्र दिया उसके बाद छात्राओं को विद्यालय में प्रवेश मिला। वहीं, अन्य छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ गोले में खड़े होकर प्रवेश दिया जाता। ट्रेम्परेचर चेक करने के बाद रजिस्टर पर अंकित कर उन्हें क्लास में भेजा जा रहा था।
अभिभावक का सहमति पत्र लेकर पहुंची छात्राएं
इंदिरा नगर जीजीआइसी में कक्षा छह से 12 तक की पढ़ाई होती है। कुल 1042 छात्राएं पंजीकृत हैं। वहीं सोमवार को कक्षा नौ से 12 तक की कक्षाएं शुरू की गईं। इनमें छात्राओं की संख्या 400 है। प्रधानाचार्य सुमन सिंह ने कहा कि दो पालियों में स्कूल का संचालन होगा। स्कूल पहुंची छात्राएं अभिभावकों का सहमति पत्र भी लेकर आईं। वहीं, स्कूल के गेट पर बच्चों का ट्रेम्परेचर चेक किया गया। इसका रोज चार्ट बनेगा। वहीं हैंड सैनिटाइज कर छात्राओं को क्लास में इंट्री दी गई। पहले दिन छात्राओं की संख्या कम दिखी। ऑनलाइन पढ़ाई कर रहीं छात्राएं अभी नहीं आईं। वहीं कक्षा में वेंटिलेशन मेनटेन रखने के लिए खिड़कियां खोल दी गईं। वहीं, इंदिरा नगर सीएचसी की टीम से स्कूल प्रशासन का संपर्क रहा