वायु प्रदूषण के मामले में लखनऊ फिर देश में टॉप पर पहुंचा
कड़ाके की ठंड के बीच वायु प्रदूषण की यह स्थिति लंबे समय तक रहना सेहत के लिए ठीक नहीं। विशेषज्ञों के अनुसार यह खराब स्थिति होने में आसमान में छाई धुंध व वर्तमान मौसम भी बड़ा कारक है।
लखनऊ (जेएनएन)। नए वर्ष के पहले माह में राजधानी लखनऊ की हवा फिर जहरीली हो गई है। लखनऊ सोमवार को वायु प्रदूषण में फिर देश में टॉप पर पहुंच गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) में लखनऊ 400 के आंकड़े पर जा ठहरा है। हालांकि बीते वर्ष 14 नवंबर को यह आंकड़ा 484 तक पहुंच गया था और तब के मुकाबले स्थिति कुछ ठीक है।
फिर भी एक्यूआइ 400 होना वायु प्रदूषण की बहुत खराब स्थिति में आता है। यह स्थिति सांस लेने में दिक्कत पैदा करने वाली मानी जाती है। कड़ाके की ठंड के बीच वायु प्रदूषण की यह स्थिति लंबे समय तक रहना सेहत के लिए ठीक नहीं। विशेषज्ञों के अनुसार यह खराब स्थिति होने में आसमान में छाई धुंध व वर्तमान मौसम भी बड़ा कारक है।
सोमवार को देश के टॉप-5 वायु प्रदूषित शहर
लखनऊ- 400 एक्यूआइ
गाजियाबाद- 337 एक्यूआइ
मंडीदीप- 324 एक्यूआइ
आगरा- 315 एक्यूआइ
गुडग़ांव- 291 एक्यूआइ
कब खतरे के पार एक्यूआइ
एक्यूआइ स्थिति
50 से कम अच्छा
50-100 संतोषजनक
100-200 बिगड़ी हवा
200-300 खराब
300-400 बहुत खराब
400 से अधिक खतरनाक
क्या कहते हैं विशेषज्ञ
लखनऊ विश्वविद्यालय के भू-विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉ. धु्रव सेन के मुताबिक हवा में एक्यूआइ बढऩे के कई कारण हैं। इसमें प्रमुख रूप से कोहरा, मौसम में आद्र्रता बढऩे व हवा का वेग कम होने से प्रदूषित कणों का दूसरे स्थान पर विस्थापित न होना है। वहीं, शहर में लगे जाम से वाहनों का निकलता धुआं और अलाव जलाने से भी प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी संभव है।