Lucknow News: प्यास लगने पर पानी के लिए नल पर आए शख्स को युवक ने गड्ढे में धकेला, 20 दिन बाद मौत, मामला दर्ज
मांगा पानी... मिली मौत... इंसानियत को झकझोर देने वाली यह घटना गौतमपल्ली के पिपराघाट में हुई। दरअसल जानवर चराने के दौरान गला सूखा तो डेयरी चलाने वाले क ...और पढ़ें

लखनऊ, जागरण संवाददाता: मांगा पानी... मिली मौत... इंसानियत को झकझोर देने वाली यह घटना गौतमपल्ली के पिपराघाट में हुई। दरअसल, जानवर चराने के दौरान गला सूखा तो डेयरी चलाने वाले कैलाश यादव गला तर करने के लिए नल पर पहुंच गए। नल पर नहा रहे अशोक से हटने के लिए कहा तो वह भड़क गया। आग बबूला अशोक झगड़ने लगा और कैलाश यादव को 12 फीट गहरे गड्ढे में धक्का दे दिया। कैलाश गंभीर रूप से घायल हो गए। करीब 20 दिन इलाज के बाद कैलाश की ट्रामा सेंटर में मौत हो गई। आरोपित अशोक यादव लोक भवन में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है।
बेटे सोनू यादव ने बताया कि पिता गौतमपल्ली के पिपराघाट के पास डेयरी चलाते थे। रोजाना जानवरों को चराने के लिए जाते थे। 31 जुलाई को जानवर चराने के दौरान उनको प्यास लगी तो पास में नल पर चले गए, वहां अशोक यादव नहा रहा था।
कैलाश ने पानी पीने के लिए हटने को कहा, लेकिन वह नहीं माना। इस पर विवाद शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि नाराज होकर अशोक ने कैलाश को गड्ढे में धक्का दे दिया। सोनू ने बताया कि पिता गिरते ही बेसुध हो गए थे। आनन फानन ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां 20 दिन बाद उनकी मौत हो गई।
मौत होने के बाद मुकदमा
कैलाश के बेटे सोनू ने बताया कि उस दिन पिता के साथ वह भी मौजूद था। घायल अवस्था में अस्पताल पहुंचाने के बाद तुरंत गौतमपल्ली थाने में तहरीर दी। आरोप है कि पुलिस ने उस दिन मुकदमा नहीं दर्ज किया था। न ही कोई जांच पुलिस ने की। करीब 20 दिन तक इलाज चलने के बाद जब मौत हुई तो फिर जानकारी दी, तब जाकर पुलिस हरकत में आई और मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया। पुलिस की तरफ से इन 20 दिनों तक कुछ भी नहीं किया गया।
इंस्पेक्टर गौतमपल्ली रिकेश सिंह के मुताबिक, पहले कोई तहरीर नहीं मिली। हमें 21 अगस्त को तहरीर मिली थी। उसके बाद आरोपित अशोक यादव पर मुकदमा दर्ज किया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पिता ने संभाल रखी थी डेयरी
बेटे ने बताया कि पिता कैलाश ही डेयरी को संभालते थे। उनकी मौत से मातम का माहौल है। 20 दिन तक परिवार दिन रात अस्पताल में लगा रखा। उसके बाद भी पिता को नहीं बचा सके। उनके जाने से पूरा परिवार बेसहारा हो गया।

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