दिव्यांगों के लिए मददगार बनेगी मेट्रो, दो लिफ्ट से सफर तय कर पहुंचेंगे काउंटर तक
स्टेशनों की सुंदरता को बढ़ाने के लिए लखनऊ का टच भी।
लखनऊ, जेएनएन। मेट्रो में आम यात्री के साथ-साथ दिव्यांग भी बिना किसी मदद के सफर कर सकेंगे। जी हां, लखनऊ मेट्रो ने अपने भूमिगत स्टेशनों में वह सभी सुविधाएं देने का प्रयास किया है, जिसकी एक दिव्यांग यात्री को सफर के दौरान जरूरत होती है। नॉर्थ साउथ कॉरिडोर के तीनों भूमिगत स्टेशनों को हाईटेक के साथ ही भारत के अन्य शहरों के मेट्रो स्टेशनों से बेहतर बनाने का काम किया गया है। लखनवी टच देने के लिए हजरतगंज स्टेशन पर चिकन की कारीगरी दिखाई गई है, वहीं सचिवालय स्टेशन की वॉल पर विधानसभा को दर्शाया गया है।
मेट्रो स्टेशन पर पहुंचने पर दिव्यांग यात्री खांचेदार रैम्प व रेलिंग की मदद से लिफ्ट तक पहुंच सकेगा। लिफ्ट से उतरते ही दिव्यांग यात्रियों के लिए टैक टाइल्स लगाई गई हैं, जो यात्री को पहले दिव्यांगों के लिए बनाए गए विशेष काउंटर तक ले जाती हैं, यहां यात्री काउंटर पर बैठे कर्मी से टिकट खरीदेंगे फिर टैक टाइल्स की मदद से ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन गेट तक अकेले जा सकेंगे।
यात्री यहां सिक्योरिटी चेकिंग देने के बाद फिर टैक टाइलस की मदद से दूसरी लिफ्ट के जरिए प्लेटफार्म एरिया पर उतर सकेंगे, यहां से यात्री टैक टाइल्स की मदद से मेट्रो में सीधे प्रवेश कर सकेंगे, जरूरत पडऩे पर प्लेटफॉर्म पर तैनात सुरक्षा गार्ड व मेट्रो कर्मी मदद भी करेंगे।
प्रत्येक मेट्रो कोच में भी दिव्यांगों के लिए व्हील चेयर के साथ सफर करने की व्यवस्था की गई है। कोच में व्हील चेयर पर बैठते ही यात्री स्वयं पहिये लॉक कर सकेंगे। खास बात है कि सफर के दौरान मेट्रो ड्राइवर अपनी स्क्रीन पर ऐसे यात्रियों पर विशेष ध्यान भी देंगे। व्हील चेयर की ऊंचाई के बराबर टिकट काउंटर और विशेष तौर पर वॉटर बूथ और शौचालय भी बनाए गए हैं।
सुंदरता में कोई सानी नहीं
नार्थ साउथ कॉरिडोर के 23 किमी. में चार भूमिगत स्टेशन बनाए गए हैं, यह सभी स्टेशन भारत के अन्य शहरों में चलने वाली मेट्रो स्टेशनों से बेहतर हैं। लंबाई के मामले में हुसैनगंज स्टेशन 300 मीटर लंबा है वहीं सचिवालय 270 मीटर और हजरतगंज 278 मीटर लंबा है। तीनों स्टेशनों की चौड़ाई 20.34 मीटर है।
कहां-कहां हैं कितने प्रवेश-निकास द्वार
स्टेशन : प्रवेश व निकास द्वार
- हजरतगंज : मेफेयर, चर्च, डीआरएम व एलआइसी
- सचिवालय : रेलवे बैंक, सहकारिता भवन, बापू भवन व हज ऑफिस
- हुसैनगंज : सीएमएस, शुक्ला पुरी व चर्च