देश में पहली बार किसी मेट्रो में हुआ ऐसा, आखिर क्यों कर्मी ने बच्चे का खींचा फोटो?
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने लखनऊ मेट्रो में देश का पहला बाल आधार नामांकन किया। आंचलिक विज्ञान नगरी और इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला में विशेष शिविर लगाए गए। बच्चों के बीच 'मेरा आधार मेरी पहचान' विषय पर प्रतियोगिताएं हुईं। पांच और 15 वर्ष के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य है, जिससे स्कूल में प्रवेश और छात्रवृत्ति में सुविधा होगी। यह अपडेट मुफ्त है।

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण के कर्मी ने मेट्रो में बच्चे का आधार नामांकन पूरा किया - प्राधिकरण
जागरण संवाददाता, लखनऊ। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने लखनऊ मेट्रो में देश का पहला बाल आधार नामांकन किया। मेट्रो में यात्रा कर रहे परिवार के बच्चे के नामांकन की प्रक्रिया तत्काल पूरी की। आंचलिक विज्ञान नगरी और इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला में बाल आधार व पांच से 15 वर्ष की आयु के बच्चों के अनिवार्य बायोमेट्रिक्स अपडेट के लिए विशेष शिविर भी लगाया।
प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय ने नक्षत्रशाला में ‘मेरा आधार मेरी पहचान’ विषय पर बच्चों के बीच पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिता कराई। विजेताओं को पुरस्कृत किया। प्राधिकरण के उप महानिदेशक प्रशांत कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी स्कूलों में बच्चों के आधार में अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
इसके अंतर्गत उन बच्चों का अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (एमबीयू) पूरा कराया जा रहा है, जो पांच वर्ष और 15 वर्ष के हो चुके हैं, लेकिन अभी तक आधार में बायोमेट्रिक्स अपडेट नहीं कराया है। किसी भी आधार सेवा केंद्र पर एमबीयू करा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नियमों के अनुसार पांच वर्ष और 15 वर्ष की आयु पूरी होने पर बच्चों के आधार में फिंगरप्रिंट, आइरिस और फोटोग्राफ अनिवार्य रूप से अपडेट किया जाना है। यह निश्शुल्क है। बच्चों के बायोमेट्रिक डेटा की सटीकता और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए एमबीयू का समय पर पूरा होना आवश्यक है।
बायोमेट्रिक्स अपडेट होने से स्कूल में प्रवेश, प्रवेश परीक्षाओं के लिए पंजीकरण, छात्रवृत्ति का लाभ उठाने, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) योजनाओं और सेवाओं का लाभ उठाने में आधार के निर्बाध उपयोग में दिक्कत नहीं आती।

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