Golf Club Lucknow: गोल्फ क्लब में हाईवोल्टेज ड्रामा, कार्यकारिणी ने कैप्टन आदेश सेठ को बनाया कार्यवाहक अध्यक्ष
Golf Club Lucknow लखनऊ में सोमवार को गोल्फ क्लब के सदस्यों ने कहा कि क्लब में नियम विरूद्ध काम हुए हैं। क्लब के महासचिव और कोषाध्यक्ष समेत पांच कार्यकारिणी सदस्यों ने अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस मुकुल सिंघल को हटाने की बात कही।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। Lucknow Golf Club गोल्फ क्लब में रविवार को हुई हंगामेदार मीटिंग के बाद सोमवार को कैप्टन आदेश सेठ ने कहा कि अकेले अध्यक्ष को कमेटी भंग करने का अधिकार नहीं है। क्लब के महासचिव संदीप दास और कोषाध्यक्ष समेत पांच कार्यकारिणी सदस्यों ने अध्यक्ष एवं पूर्व आइएएस मुकुल सिंघल को हटाकर कैप्टन आदेश सेठ को कार्यवाहक अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपते हुए अगले चुनाव तक गोल्फ क्लब के संचालन की बात कही।
सोमवार को पत्रकार वार्ता में कैप्टन आदेश सेठ ने कहा कि मुख्यमंत्री, राज्यपाल और सेनाध्यक्ष को क्लब का स्थायी लाइफ मेंबर बनाने का प्रावधान था। 31 मार्च 2019 को कार्यवाहक अध्यक्ष जेपीएस सियाल ने गुपचुप तरीके से क्लब के नियम में संशोधन करके आनरेरी लाइफ मेंबर को भी जोड़ दिया गया, जिसमें मुख्य सचिव के साथ न्यायिक प्रबुद्धजनों को शामिल किया गया। इस संशोधन के बाद 21 ज्यूडीशरी सदस्यों को निश्शुल्क सदस्यता भी दी गई।
रविवार को भंग हुई थी कमेटी
अक्टूबर 2021 को क्लब के चुनाव के एक माह बाद हम लोगों को नियम में संशोधन की जानकारी हुई तो इस बारे में अध्यक्ष मुकुल सिंघल को बताया गया। उस दौरान तो अध्यक्ष ने इसको गलत बताते हुए बदलने की सहमति दे दी, पर रविवार को हुई एजीएम में जब इसे पारित करने का प्रस्ताव दिया गया तो वह भड़क गए और क्लब के अकाउंट का मुद्दा उठाकर अचानक ही पूरी कमेटी भंग करने का फरमान सुना दिया। कैप्टन आदेश सेठ ने कहा कि सोसाइटी एक्ट के तहत अध्यक्ष के पास कार्यकारिणी भंग करने का अधिकार नहीं है। कार्यकारिणी भंग करने के लिए 14 दिन की नोटिस और बहुमत साबित करना पड़ता है।
मैं 21 ज्यूडीशरी के सदस्यों के खिलाफ नहीं
कैप्टन ने कहा कि हम क्लब में आनरेरी लाइफ मेंबर के रूप में शामिल 21 ज्यूडीशरी के सदस्यों के खिलाफ नहीं हूं। इसके लिए नियम में बदलाव चाहते हैं। जहां तक क्लब के अकाउंट को लेकर अध्यक्ष महोदय की राय की बात है तो उन्होंने खुद ही हस्ताक्षर किए है। इसमें विवाद की कोई बात ही नहीं है।
एक साल पहले दो शीर्ष अफसरों के बीच हुआ था मुकाबला
बताते चलें की करीब एक साल पहले प्रतिष्ठित गोल्फ क्लब के चुनाव में उत्तर प्रदेश के दो शीर्ष अफसरों के बीच जब मुकाबला हुआ तो उसमें राजस्व परिषद के तत्कालीन अध्यक्ष मुकुल सिंघल ने तत्कालीन अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल को हराकर अध्यक्ष की कुर्सी हासिल की थी। अभी चुनाव को एक साल पूरा होने में कुछ दिन शेष हैं।