Move to Jagran APP

Corona third wave alert: कोरोना संक्रमण को लेकर लखनऊ डीएम ने की बैठक, प्रतिदिन तीस हजार लोगों को वैक्सीन लगाने के निर्देश

लखनऊ में वैक्सीनेशन की रफ्तार और तेज करने के प्रयास हो रहे हैं। डीएम अभिषेक प्रकाश ने अफसरों को राजधानी में रोजाना कम से कम तीस हजार लोगों को वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे कम वैक्सीनेशन होने पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।

By Vikas MishraEdited By: Published: Fri, 23 Jul 2021 09:55 AM (IST)Updated: Fri, 23 Jul 2021 09:55 AM (IST)
Corona third wave alert: कोरोना संक्रमण को लेकर लखनऊ डीएम ने की बैठक, प्रतिदिन तीस हजार लोगों को वैक्सीन लगाने के निर्देश
लखनऊ स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन तीस हजार लोगों का वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य दिया गया है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। राजधानी में वैक्सीनेशन की रफ्तार और तेज करने के प्रयास हो रहे हैं। डीएम अभिषेक प्रकाश ने अफसरों को राजधानी में रोजाना कम से कम तीस हजार लोगों को वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए हैं। इससे कम वैक्सीनेशन होने पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। गुरुवार को स्मार्ट सिटी सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड प्रबंधन में लगे सभी अधिकारी तैयार रहें। किसी भी हाल में कोरोना संक्रमण को बढऩे नहीं देना है। इससे बचाव का एक मात्र हथियार वैक्सीन ही है। इसलिए हमे वैक्सीनेशन की रफ्तार को और बढ़ाना होगा।

loksabha election banner

स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन तीस हजार लोगों का वैक्सीनेशन कराने का लक्ष्य दिया गया है। उन्होंने कहा कि तीसरी लहर के दृष्टिगत समस्त कंट्रोल रूम को पूरी तरह से सक्रिय कर दिया जाए। साथ ही फिर से प्रचार प्रसार के माध्य से आम लोगों तक उनके हेल्पलाइन नंबर पहुंचाए जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के द्वारा व्यापक प्रचार प्रसार कराना सुनिश्चित किया जाए। समस्त सीएचसी, पीएचसी व सब सेंटर में पर्याप्त मात्रा में दवाओं की उपलब्धता को सुनिश्चित कराया जाए। जितने भी लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की गई है उन सभी की टेस्टिंग कराना सुनिश्चित किया जाए। जो बाहर से यात्रा करके आ रहे हैं उनकी अनिवार्य रूप से टेस्टिंग कराना सुनिश्चित की जाए। बड़े सीएचसी केंद्रों पर 15 आक्सीजनयुक्त बेड और छोटे केंद्रों पर पांच आक्सीजनयुक्त बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। समस्त निजी अस्पताल विशेष रूप से डायलिसिस, नाक, कान व गला रोग तथा महिला चिकित्सा से संबंधित अस्पतालों में फ्लू क्लीनिक की स्थापना सुनिश्चित कराई जाए। साथ ही ऐसे अस्पताल जहां 50 से अधिक बेड की सुविधा है वहां, आवश्यक रूप से ट्राएज एरिया की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.