बीजेपी विधायक समेत 20 को कोरोना, जून में तीन गुना बढ़े मरीज
लखनउ में शनिवार को भी 20 लोगों पर वायरस ने हमला बोला। इसमें सुलतानपुर के एक बीजीपी विधायक में भी वायरस की पुष्टि हुई है।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना का प्रकोप जून में बढ़ गया है। इस माह मई से तीन गुना अधिक लोग वायरस की चपेट में आए। ऐसे में बेवजह भीड़भाड़ में जाने से बचें। शनिवार को भी 20 लोगों पर वायरस ने हमला बोला। इसमें सुलतानपुर के एक बीजीपी विधायक में भी वायरस की पुष्टि हुई है।
शहर में 11 मार्च को पहला कोरोना का मरीज आया। ऐसे में मार्च में कुल नौ केस रहे। वहीं, अप्रैल में 214 कोरोना मरीज पाए गए। इसमें जमाती व गैर जनपदों के मरीज अधिक रहे। मई में कोरोना मरीजों की संख्या 174 के करीब आई। वहीं, जून में शनिवार को 20 नए मरीज मिलने पर माह भर में मरीजों की संख्या 583 पहुंच गई है। यह गत माह के अपेक्षा तीन गुना से अधिक हैं। ऐसे में गैर जनपदों के मरीजों को छोड़कर शहर में मरीजों की कुल संख्या 962 हो गई है। वहीं, मृतकों की संख्या 17 है।
चार महिला, 16 पुरुषों में संक्रमण
20 नए मरीजों में चार महिला व 16 पुरुष हैं। इसमें तेलीबाग के चार, ठाकुरगंज के दो, इंश्योरेंस कंपनी के तीन, अलीगंज में तीन, गुलिस्ता कॉलोनी में निवारसी विधायक, संजयगांधी पुरम में एक, एलडीए कॉलोनी एक, मकबूलगंज में एक , तुलसीदास मार्ग में एक डालीगंज में एक, इंदिरानगर में एक, गुडंबा में एक रोगी पाया गया।
16 मरी किए गए डिस्चार्ज
सीएमओ की टीम ने 3392 घरों का भ्रमण किया। इस दौरान 16587 लोगों का स्वास्थ्य ब्योरा जुटाया। जनसंख्या को आच्छादित किया। वहीं, ठीक होने पर केजीएमयू के तीन, एलबीआरएन से सात, आरएमएल में एक, आरएसएम से पांच मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इस दौरान 249 मरीजों का सैंपल जांच के लिए भेजे गए।
चार कंटेनमेंट जोन हटे, चार बढ़े
सीएमओ ने डीएम को शनिवार को चार कंटेनमेंट घटाने व चार बढ़ाने के लिए पत्र लिखा है। इसमें अमरूदही बाग, भागामऊ नियर प्राइमरी स्कूल, जोशी टोला डालीगंज, हिमालया इन्क्लेव वृंदावन कंटेनमेंट जोन हटाए गए। वहीं, संजय गांधीपुरम, कुरैशी प्लाजा डालीगंज, हिंदनगर कानपुर रोड, देवी खेड़ा तेलीबाग व गुलिस्ता कॉलोनी को कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
बॉडी को हाथ लगाने से भी किया परहेज
पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारियों के मुताबिक, सुबह नौ बजे कुछ लोग आए। उन्होंने बताया कि मृतक के बेटे बाहर हैं। परिवार से आया हूं। शव को भेजकर अंतिम संस्कार करा दें। किट दी गई, मगर उन्होंने शव को हाथ लगाने से भी इन्कार कर दिया। वाहन पर कर्मियों ने शव रखवाया। हैंडओवर को लेकर आनाकानी करते रहे। सीएमओ लखनऊ को जानकारी दी गई। साढ़े नौ बजे के करीब नगर निगम के कर्मी आए। परिवारजन से हस्ताक्षर कराकर शव निगमकर्मी दाह संस्कार करने ले गए। वहां भी प्रक्रियाओं को लेकर परिवारजन कन्नी काटते रहे।
केजीएमयू में भर्ती महिला की कोरोना से मौत
केजीएमयू में भर्ती महिला की मौत हो गई। उसका रेस्पिरेटरी सिस्टम फेल हो गया। गोमती नगर निवासी 54 वर्षीय महिला को कोरोना हो गया। 20 जून को महिला को केजीएमयू में भर्ती किया गया। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक महिला को काफी दिनों से ब्लड प्रेशर की समस्या थी। वायरस लगातार आक्रामक होता गया। डॉक्टरों ने बचाने का पूरा प्रयास किया, मगर मरीज के फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया। शुक्रवार को मरीज की मौत हो गई। राजधानी में कोरोना से मृतकों की संख्या 17 हो गई है।
पीएसी के तीन जवानों समेत 20 में मिला संक्रमण
राजधानी में शुक्रवार को पीएसी के तीन जवानों समेत 20 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। इनमें छह पुरुष व चार महिलाएं शामिल हैं। इसमें संक्रमित परिवार के सदस्यों में भी संक्रमण मिला है। वहीं 22 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। संक्रमितों में फैजाबाद रोड के पांच, एलडीए कॉलोनी के चार, ठाकुरगंज के पांच, मडियांव का एक, स्टेट बैंक इंस्टीट्यूट ऑफ लॄनग का एक, राजाजीपुरम का एक, पीएसी के तीन जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई। 22 मरीजों को किया गया डिस्चार्ज शुक्रवार को शहर के अस्पतालों से 22 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इसमें केजीएमयूू के तीन, आरएसएम के चार, ईएसआइ हॉस्पिटल के आठ व लोकबंधु के सात मरीज शामिल हैं।
कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट, सभी निगेटिव
सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने कंटेनमेंट जोन में एंटीजन टेस्ट शुरू करा दिया है। शुक्रवार को 53 लोगों की जांच की गई। यह सर्दी, जुकाम, बुखार व सांस के रोगी थे। इनमें कोरोना निगेटिव आया। ऐसे में अब टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाएगी। एसीएमओ ने कहा कि सप्ताह भर में 5000 एंटीजन टेस्ट करने का लक्ष्य तय किया गया है।
आइसोलेशन वार्ड में गंदगी, फोटो वायरल
सोशल मीडिया पर आइसोलेशन वार्ड की फोटो वायरल हुई। दावा किया गया कि यह केजीएमयू का वार्ड है। इसमें बेड पर गंदगी पड़ी है। वहीं बाल्टी में गंदा पानी जमा है। वार्ड में साफ-सफाई की व्यवस्था पर भी सवाल उठाए गए हैं। हालांकि संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने जानकारी से इन्कार किया।