हैदराबाद की तरह लखनऊ भी होगी 'सेफ सिटी', जल्द खुलेंगे महिला सुरक्षा बूथ-बनेगी चीता मोबाइल
निर्भया फंड से मॉल और बाजारों में खुलेंगे महिला सुरक्षा के लिए बूथ। महिला कास्टेबल की बनेगी चीता मोबाइल, तुरंत होगी रवाना।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। देश की 10 सेफ सिटी की तर्ज पर अब राजधानी में भी सुरक्षा चाक-चौबंद होगी। अति सुरक्षित माने जाने वाले हैदराबाद की तरह यहा भी निर्भया फंड से महिलाओं की सुरक्षा के लिए शॉपिंग मॉल और व्यस्त बाजारों में पुलिस बूथ खोले जाएंगे। जहा महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाएगी। सूचना मिलते ही यह दल तत्काल एक्टिव हो जाएगा। इसके अलावा महिलाओं की सुरक्षा के लिए महिला कास्टेबल की चीता मोबाइल भी बनाई जाएगी। जो स्कूलों के आस पास शोहदों की गतिविधियों पर भी नजर रखेंगी।
यह जानकारी सीओ गोमतीनगर आइपीएस चक्रेश मिश्र ने दी। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली, जयपुर,बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, अहमदाबाद, पुणो, सूरत को सेफ सिटी का दर्जा मिला है। उक्त 10 सेफ सिटी में सूरत में सबसे कम अपराध है। हैदराबाद में शापिंग मॉल और बाजारों में छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए पिंक प्लाटून है। इसके साथ ही वूमेन पावर लाइन, महिला हेल्प लाइन को और अधिक मजबूत किया जाएगा। यहा अधिक स्टाफ बढ़ाया जाएगा। ताकि महिलाओं की समस्या पर तत्काल सुनवाई हो सके। यूपी 100 को भी सशक्त बनाया जाएगा।
मजबूत होगा साइबर क्राइम सेल:
साइबर क्राइम सेल में संसाधनों की भारी कमी है। यहा कंप्यूटर से लेकर साफ्टवेयर और स्टाफ की कमी है। जिसके कारण मामलों का निस्तारण समय से नहीं हो पाता है। संसाधनों और स्टाफ के बढ़ने के बाद मामलों का जल्द निस्तारण होगा। अत्याधुनिक कैमरों से लैस होंगे चौराहे और बार्डर एरिया:
अपराधियों पर पैनी नजर रखने के लिए पुलिस की तीसरी आख मजबूत की जाएगी। इस बावत चौराहों और शहर के बार्डर एरिया पर अत्याधुनिक कैमरे लगवाए जाएंगे। यह कैमरे मार्डन कंट्रोल रूम के दृष्टि से संचालित किए जाएंगे। कैमरों की मदद से लुटेरों, अपहरण कर्ताओं के वाहनों पर पुलिस पैनी नजर रखेगी। शहर के अंदर अपराधिक घटना होती ही इन कैमरों के जरिए मार्गो पर चल रहे संदिग्ध वाहनों की निगरानी शुरू कर दी जाएगी। एवं तत्काल सीमाएं सील कर दी जाएंगी। कंट्रोल रूम से निर्देश मिलते ही बार्डर पर तैनात पुलिस कर्मी कंट्रोल रूम द्वारा जारी किए गए संदिग्धों के वाहनों की पड़ताल शुरू कर देंगे।
ट्रैफिक पुलिस में बढ़ेंगी महिला पुलिसकर्मी:
एएसपी ट्रैफिक रवि शकर निम ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाने की माग की है। यह महिला दल, महिला वाहन चालकों की चेकिंग करेगा। इसके साथ ही चौराहों पर और राह चलते महिलाओं, युवतियों के साथ हो रहे अपराधों पर भी नजर रखेगा।