राजधानी को अपने शिकंजे में कस रही प्रदूषित हवा
देश के दो सबसे अधिक दूषित शहरों में ताजनगरी आगरा शामिल हो गई जहां एक्यूआइ 404 रहा। लखनऊ का एक्यूआइ बढ़कर 396 हुआ।
लखनऊ, जेएनएन। प्रदूषित हवा का शिकंजा राजधानी पर बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) उछल कर 396 की स्तर में पहुंच गया। यह दिल्ली के मुकाबले कहीं अधिक रहा। देश के दो सबसे अधिक दूषित शहरों में ताजनगरी आगरा शामिल हो गई जहां एक्यूआइ 404 रहा।
दीपावली के बाद यह पहला मौका है जबकि एक्यूआइ इतने गंभीर स्तर में रिकार्ड किया गया है। दरअसल, पुरवाई हवा चल रही हैं जिसमें नमी है। हवा भारी होने के कारण प्रदूषण व धूल के कण ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं जिससे प्रदूषण बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल मौसम ऐसा ही रहने की उम्मीद है। ऐसे में संभावना यही है कि अगले कुछ दिन शहरवासियों को प्रदूषण के बीच रहना पड़ेगा।
शहर में प्रदूषण की रोकथाम के लिए जो कदम उठाए जाने थे उसका असर कुछ खास नहीं दिखा। सड़कें जगह-जगह खुदी पड़ी हैं। विकासनगर से खुर्रम नगर चौराहे को जाने वाली सड़क पर धूल का आलम यह है कि यहां रहने वाले खिड़की-दरवाजे तक खोलने में डरते हैं। केवल खुर्रम नगर ही नहीं शहर के तमाम इलाकों में स्थिति कमोबेस ऐसी ही है। यही नहीं अलीगंज स्थित सेंट्रल स्कूल, लालबाग के आसपास जहां एयर क्वालिटी की नापजोख के लिए ऑनलाइन सिस्टम स्थापित है उसके चारों तरफ धूल ही धूल है। वहीं जाम की स्थिति भी भयावह है। ऐसे में हवा में नमी बढ़ते ही उडऩे वाली धूल वातावरण में कैद होकर रह जाती है। नतीजा यह कि हवा में प्रदूषण सिर चढ़ कर बोलने लगता है।