जमीन के पेच में अटकी भगवान राम की प्रतिमा, छह माह पहले जारी हुआ था आदेश Ayodhya News
अयोध्या में छह महीने पहले जारी हुआ था शासनादेश। जमीन खरीदने के लिए 4.40 करोड़ रुपये खजाने में।
अयोध्या [आनंद मोहन]। रामनगरी में दीपोत्सव कार्यक्रम को 24 दिन बचे हैं। तैयारियां शुरू हैं। बिजली सजावट एवं बैरीकेरिंग का ई-टेंडर हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दीपोत्सव मेले को प्रांतीयकृत मेला का दर्जा दिला चुके हैं। उसी दीपोत्सव में भगवान राम की प्रतिमा लगाने की एलान हुआ पर उसके लिए जमीन की खरीद शुरू नहीं हो सकी।
सीएम के एलान के बाद राम की प्रतिमा लगाने के लिए तेजी देखने लायक रही। मुख्यमंत्री स्वयं मीरापुर द्वाबा एवं जमथरा में प्रतिमा लगाने के लिए प्रस्तावित स्थल देख चुके हैं। करीब 4.40 करोड़ रुपया जमीन खरीदने के लिए लगभग छह महीने से सरकारी खजाने में है। जमीन खरीदने का शासनादेश 27 मार्च का है। 38 करोड़ रुपये श्रीराम की प्रतिमा एवं अन्य मूलभूत पर्यटक सुविधाओं के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण एवं क्रय के लिए भगवान राम की प्रतिमा लगाने संबंधी परियोजना की उसी में वित्तीय स्वीकृति है।
पर्यटन संबंधी परियोजनाओं के नोडल एवं क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी आरपी यादव का कहना है कि प्रस्तावित मीरापुर द्वाबा की जमीन कम है। वह करीब 29 हेक्टेयर है। जरूरत उससे अधिक की है। चयन न हो पाने से जमीन की खरीद शुरू नहीं हो सकी। स्थल चयन के बाद ही जमीन खरीदने की प्रक्रिया शुरू होगी। श्रीराम की 221 मीटर लंबी प्रतिमा लगनी है। प्रतिमा के अलावा भगवान राम पर आधारित डिजिटल म्यूजियम, इंटरप्रेटेशन सेंटर, लाइब्ररी, पार्किंग, फूड प्लाजा, लैंड स्केङ्क्षपग एवं अन्य मूलभूत पर्यटक सुविधाओं के सृजन का उल्लेख उसी शासनादेश में है।