लोहिया अस्पताल में विलय के पहले दिन ही मारपीट-तोड़फोड़, जूनियर डॉक्टरों ने किया जमकर हंगामा Lucknow News
लोहिया अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात जूनियर डॉक्टरों ने की कर्मचारियों के साथ मारपीट।
लखनऊ, जेएनएन। लोहिया अस्पताल का लोहिया संस्थान में विलय हो गया है। ऐसे में सोमवार से संस्थान के डॉक्टरों को सेवाएं रन करनी हैं। लिहाजा, रविवार को बतौर ट्रायल दो सीनियर रेजीडेंट की इमरजेंसी में ड्यूटी लगाई गई। पहले दिन ही उन्होंने कर्मचारियों से मारपीट की। बवाल के चलते इमरजेंसी सेवा ठप रही।
लोहिया अस्पताल का नाम अब हॉस्पिटल ब्लॉक कर दिया गया है। यहां लोहिया संस्थान को 60 बेड की इमरजेंसी सोमवार से हैंडओवर करनी है। ऐसे में संस्थान के निदेशक डॉ एके त्रिपाठी ने लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों संग दो सीनियर रेजीडेंट की ड्यूटी रविवार से लगा दी। इन्हें बतौर ट्रायल ड्यूटी पर भेजा गया था, ताकि वह इमरजेंसी के काम को समझ सकें। रात आठ बजे ड्यूटी पर पहुंचे जूनियर डॉक्टरों ने ढाई घंटे में ही मारपीट कर दी।
अस्पताल के संविदा सफाईकर्मी की बहन ने घर में कोई जहरीला पदार्थ खा लिया था। इससे उसकी हालत गंभीर हो गयी थी। वह बहन को लेकर इमरजेंसी भागा। यहां ड्यूटी पर तैनात रेजीडेंट डॉक्टरों से इलाज की फरियाद की। मगर उन्होंने अनसुना कर दिया। उसने अस्पताल के कर्मी होने का हवाला दिया। आरोप है कि रेजीडेंट डॉक्टरों ने उसे फटकार दिया। ऐसे में कहासुनी मारपीट में तब्दील हो गयी। कर्मी के साथ रेजीडेंट डॉक्टरों की हाथापाई देख अस्पताल के अन्य कर्मियों ने विरोध किया। इसे लेकर उन्होंने फोन कर संस्थान से अन्य रेजीडेंट को बुला लिया। इस दौरान बीच बचाव करने वाले कर्मियों को भी डॉक्टरों ने जमकर पीटा।
रेजीडेंट डॉक्टर फरार: मारपीट के दरम्यान इमरजेंसी में तोड़फोड़ भी की गई। इस दौरान सेवाएं ठप रहीं। मरीज स्ट्रेचर व एंबुलेंस में तड़पते रहे। वहीं, संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर ड्यूटी छोड़कर फरार हो गए।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
लोहिया संस्थान के निदेशक डॉ एके त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार से अस्पताल में सेवाएं शुरू करनी हैं। ऐसे में ट्रायल के तौर पर रेजीडेंट की रविवार रात को ड्यूटी लगाई गई थी। पहले दिन ही मारपीट कर ली। मामले की जांच कराकर सख्त कार्रवाई करूंगा।