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Locust Attack in UP : उत्तर प्रदेश में हवा के रुख से बदल रही है टिड्डी दल की दिशा, फसलें चट

टिड्डी दल के हमले की आशंका के चलते अलर्ट जारी कर सतर्क रहने के लिए कृषि विभाग की तरफ से किसानों की मदद करने का सिलसिला जारी है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Wed, 01 Jul 2020 12:15 PM (IST)Updated: Wed, 01 Jul 2020 12:15 PM (IST)
Locust Attack in UP : उत्तर प्रदेश में हवा के रुख से बदल रही है टिड्डी दल की दिशा, फसलें चट
Locust Attack in UP : उत्तर प्रदेश में हवा के रुख से बदल रही है टिड्डी दल की दिशा, फसलें चट

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में टिड्डी दल का फसलों कहर जारी है। हालांकि हवा के बदले रुख और बारिश के कारण छोटे दलों में बंटे टिड्डी दल को रोकने के लिए आवाज वाले यंत्र जैसे ढोलक, थाली, कनस्तर तेज आवाज में बजाकर व दवा का छिड़काव कर फसलें बचाने का प्रयास किया गया। कुछ स्थानों पर फायर ब्रिगेड की गाड़ियों से दवा का छिड़काव किया गया। फिलहाल, टिड्डी दल अभी प्रदेश में फसलों के लिए खतरा बना हुआ है। वहीं, इनके हमले की आशंका के चलते अलर्ट जारी कर सतर्क रहने के लिए कृषि विभाग की तरफ से किसानों की मदद करने का सिलसिला जारी है। 

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हरदोई की सीमा पर घूम रहे टिड्डी दल का एक धड़ा सोमवार शाम बावन विकास खंड के कोड़वा व झबरापुरवा गांव में पहुंच गया। मंगलवार को ग्रामीणों की सूचना पर कृषि विभाग की टीम फायर ब्रिगेड की गाड़ियों व चीनी मिल के टैंकर से आठ बजे से रात एक बजे तक छिड़काव कराया गया। रायबरेली के ऊंचाहार में हवा के रुख में बदलाव से टिड्डी दल लखनऊ, उन्नाव और रायबरेली जिलों की सीमाओं से दूर कानपुर देहात के रास्ते औरैया चला गया है। हमले की आशंका में अयोध्या, अंबेडकरनगर, लखीमपुर, गोंडा सीतापुर समेत अवध के कई जिलों मेें ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी धनंजय सिंह ने बताया कि टिड्डियों से लखनऊ में फिलहाल कोई खतरा नहीं है, लेकिन दल के आने की आशंका बनी हुई है। आम बेल्ट माल, मलिहाबाद, काकोरी और सरोजनीनगर में विशेष सतर्कता के साथ निगरानी कमेटियों को सक्रिय रहने को कहा गया है।

उन्नाव के शुक्लागंज कटरी क्षेत्र से मंगलवार सुबह टिड्डियों के दल ने कानपुर के ख्योरा कटरी में कहर बरपा। ग्रामीणों ने उन्हें टीन कनस्तर और थाली पीटकर भगाया। कानपुर देहात से टिड्डियां औरैया की ओर बढ़ गईं। चौबेपुर से उन्नाव पहुंचे दल ने गंगा कटरी में करीब 13 बीघा मक्का की फसल टिड्डी चट कर गईं। इसके अलावा विभिन्न गांवों में करीब 20 बीघा फसल को चट कर गईं। सोमवार रात को आगरा पहुंचे टिड्डी दल ने पालीवाल पार्क, सेंट पेट्रिक्स जूनियर स्कूल, वाटर वक्र्स सहित दूसरे क्षेत्रों में हरियाली को जमकर नुकसान पहुंचाया। मंगलवार सुबह दल ने उड़ान भरी तो पूरे आगरा में हमला कर दिया। यह ऊंची इमारतों में घुस गई तो दीवारों पर चिपक गई। आधा दर्जन पेड़ टूटकर गिर पड़े। बड़ी संख्या में टहनियां परिसर में जगह-जगह गिर पड़ीं।

एत्माद्दौला की तरफ से आया दल एक साथ बिजली के चार खंभों पर बैठ गया। इससे खंभे गिर पड़े। टिड्डियों को मारने के लिए चार ड्रोन और छह फायर बिग्रेड से स्प्रे कराया गया। वाटर वक्र्स बंद रहने से दो घंटे शहर में जलापूर्ति भी ठप रही। कृषि रक्षा अधिकारी डॉ. रामप्रवेश ने बताया कि दल का कुछ हिस्सा मथुरा और कुछ भरतपुर की ओर चला गया। करीब डेढ़ घंटे बाद यह दल बछगांव होते राजस्थान सीमा में प्रवेश कर गया। मंडल के अन्य जिले टिड्डी हमले से महफूज रहे। बुलंदशहर के छतारी, पहासू, खुर्जा और शिकारपुर में टिड्डी दल ने फसलों पर हमला कर दिया। सैकड़ों किसान खेतों मेें जमा हो गए। रात में टिड्यिों को नष्ट करने की तैयारी, माउंटेन स्प्रे मशीन व फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मंगाई गई हैं। अलीगढ़ सीमाओं पर स्थित गांवों के लिए कृषि विभाग ने अलर्ट जारी किया है।

हेलीकॉप्टर से होगी टिड्डी दल पर सर्जिकल स्ट्राइक : टिड्डी दल पर नियंत्रण को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हेलीकॉप्टर रवाना किया। ग्रेटर नोएडा इकोटेक दो उद्योग विहार स्थित इंडोकॉप्टर प्राइवेट लिमिटेड से हेलीकॉप्टर को हरी झंडी दिखाकर राजस्थान के बाड़मेर जिले के लिए रवाना किया गया। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत में पहली बार टिड्डी नियंत्रण के लिए हेलीकॉप्टर से कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा रहा है। एयरफोर्स से भी टिड्डी दल के नियंत्रण को चार हेलीकॉप्टर की मांग की गई है। हेलीकॉप्टर के जरिये प्रभावित इलाकों में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जाएगा। दावा किया कि भारत के किसी भी राज्य अथवा जिले में टिड्डियों के हमले से फसलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। टिड्डियों के हमले को लेकर सरकार पूरी तरह सतर्क है। हर राज्य में प्रशासन को चौकन्ना रहने की हिदायत दी गई है। टिड्डी दल के नियंत्रण को ब्रिटेन से भी चार मशीन मंगाई गई हैं। कोविड-19 में देरी के चलते मशीन आने में देरी हो रही है। अगस्त सितंबर तक मशीन आ जाएंगी।


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