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Lockdown 5.0 in UP : ढाई माह बाद हाई कोर्ट में लौटी रौनक, खुली अदालत में शुरू हुई सुनवाई

करीब ढाई माह बाद सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की प्रयागराज स्थित मुख्य पीठ और लखनऊ स्थित खंडपीठ की रंगत पूरी तरह से बदली नजर आयी।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Mon, 08 Jun 2020 08:01 PM (IST)Updated: Mon, 08 Jun 2020 11:15 PM (IST)
Lockdown 5.0 in UP : ढाई माह बाद हाई कोर्ट में लौटी रौनक, खुली अदालत में शुरू हुई सुनवाई
Lockdown 5.0 in UP : ढाई माह बाद हाई कोर्ट में लौटी रौनक, खुली अदालत में शुरू हुई सुनवाई

लखनऊ, जेएनएन। करीब ढाई माह बाद सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट की प्रयागराज स्थित मुख्य पीठ और लखनऊ स्थित खंडपीठ की रंगत पूरी तरह से बदली नजर आयी। खुली अदालत में मुकदमों की सुनवाई होने से कोर्ट की रौनक लौट आयी। प्रशासन की मुस्तैदी और वकीलों में दिशा-निर्देशों के पालन करने की जिम्मेदारी का भाव होने से न्यायिक प्रक्रिया सुचारू रूप से चली। कोरोना महामारी के चलते घोषित किए गए लॉकडाउन के कारण हाई कोर्ट में खुली अदालतों में सुनवाई रोक दी गई थी। वकीलों की मांग व वादकारियों की सहूलियत के लिए खुली अदालत में सुनवाई का निर्णय लिया गया है।

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अदालत खुलने से पहले मेडिकल टीम ने परिसर को सैनिटाइज किया गया था। आपात स्थिति को देखते एंबुलेंस का इंतजाम भी किया गया है। वकीलों के प्रवेश द्वार गेट संख्या एक व तीन पर शारीरिक दूरी मानक का पालन कराने की व्यवस्था की गई है। ई-पास के जरिए थर्मल स्क्रीनिंग के बाद अधिवक्ताओं को प्रवेश की अनुमति दी गयी। प्रयागराज स्थित कोर्ट की मुख्य पीठ में 743 व लखनऊ स्थित खंडपीठ में 234 वकीलों का ई-पास जारी किया गया। वकील सुरक्षा को लेकर स्वयं जागरूकता बरत रहे थे। वहीं, अदालतों के भीतर सुरक्षा व सावधानी बरती गयी। न्यायालय प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद दिखायी दिया। बहस करके लौटे वकीलों में व्यवस्था के प्रति संतोष का भाव दिखा, जबकि सोशल मीडिया में कुछ वकीलों ने कोर्ट खोलने की आलोचना भी की।

गौरतलब है कि वकीलों की मांग पर वरिष्ठ न्यायमूर्ति भारती सप्रू की अध्यक्षता में गठित कोरोना कमेटी ने मुख्य सचिव से इंतजामों पर रिपोर्ट मांगी थी। राज्य सरकार ने सकारात्मक रुख अपनाया और हर संभव इंतजाम करने का आश्वासन दिया। मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर ने आठ जून से खुली अदालत में सुनवाई की घोषणा की। इसके बाद सफलता पूर्वक अदालतों ने न्यायिक कार्य शुरू किया गया। महानिबंधक अजय कुमार श्रीवास्तव व निबंधक शिष्टाचार आशीष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अधिवक्ताओं, स्टाफ के सहयोग व मेडिकल टीम की मुस्तैदी से न्यायिक प्रक्रिया शुरू की गयी है।

उन्हीं को अनुमति जिनके मुकदमे : इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच के वरिष्ठ निबंधक मानवेन्द्र सिंह ने बताया कि सोमवार से कोर्ट की नियमित कार्रवाई शुरू हो चुकी है। लेकिन सिर्फ उन्हीं अधिवक्ताओं को ई-पास के जरिये अंदर जाने की अनुमति है जिनके मुकदमे सूचीबद्ध हैं। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के महत्वपूर्ण प्रवेश द्वारों पर आटोमेटिक थर्मल स्कैनर व सैनेटाइजर मशीन की भी व्यवस्था है। इसके साथ ही एंबुलेंस और मेडिकल स्टाफ भी कोर्ट परिसर में अलर्ट मोड पर है। परिसर के गेट नंबर 6 के बाहर की इमारत में पहली मंजिल पर स्टेट बैंक के बगल शपथ पत्र के लिए फोटो खिंचाने की व्यवस्था की गई है। यहीं अधिवक्ताओं, मुंशियों व वादकारियों के लिए टेंट भी लगाया गया है। ताकि धूप से उन्हेंं कुछ राहत मिल सके। 


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