Arts College: व्यक्ति के हर भाव को दर्शाता है लाइव पोर्ट्रेट, चित्रकार सुहास बहुलकर ने स्टूडेंट्स को सिखाई बारीकियां
मशहूर चित्रकार सुहास बहुलकर लखनऊ में कला विद्यार्थियों से रूबरू थे। उन्होंने लखनऊ आर्ट्स कालेज के विद्यार्थियों से पोट्रेट की बारीकियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि पोर्ट्रेट के जरिए व्यक्ति के हर भाव को पकड़ने का प्रयास किया जाता है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। पोर्ट्रेट एक तरीके की कलात्मक अभिव्यक्ति होती है, जिसमें सिर्फ व्यक्ति का चेहरा नहीं, उसकी मनोदशा को भी व्यक्त करने का प्रयास किया जाता है। पोर्ट्रेट की इन्हीं बारीकियों को बताते हुए चित्रकार सुहास बहुलकर ने देखते ही देखते प्रख्यात लोक गायिका मालिनी अवस्थी का पोर्ट्रेट तैयार कर दिया। मशहूर चित्रकार सुहास बहुलकर लखनऊ में कला विद्यार्थियों से रूबरू थे। उन्होंने आर्ट्स कालेज के विद्यार्थियों से पोट्रेट की बारीकियां साझा कीं। उन्होंने बताया कि पोर्ट्रेट के जरिए व्यक्ति के हर भाव को पकड़ने का प्रयास किया जाता है।
सुहास बहुलकर ने डिमांस्ट्रेशन के जरिए अपनी कला यात्रा के बारे में भी बताया। साथ ही पेंटिंग के अनूठे प्रयोगों से विद्यार्थियों का परिचय कराया, पोर्ट्रेट में भविष्य के विकल्प भी समझाए। कार्यक्रम लखनऊ विश्वविद्यालय के कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्रॉफ्ट के हलदार हॉल में हुआ। सुभाष बहुलकर ने लोक गायिका मालिनी अवस्थी का लाइव पोट्रेट बनाया। इस अवसर पर सुभाष बहुलकर के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रदर्शनी भी लगाई गई। सुभाष बहुलकर ने अपनी किताब महाराष्ट्र आर्ट्स इंसाक्लोपीडिया के बारे में भी बताया। उन्होंने यूपी के कला इतिहास पर भी ऐसा संग्रह प्रकाशित होने की जरूरत बताई। विद्यार्थियों ने सुहास बहुलकर से संवाद कर अपनी जिज्ञासाओं को भी शांत किया।
लोकगायिका पदमश्री मालिनी अवस्थी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि मैं ऐतिहासिक आर्ट्स कालेज में एक खास अवसर पर कलाकारों के बीच मौजूद हूं। ऐसे लाइव सेशन में टेक्नीक समझ में आती हैं। मेरे चेहरे के सारे वास्तविक भाव पेंटिंग में दिख रहें हैं, यह अद्भुत है। इस तरह की कार्यशाला कला विद्यार्थियों के लिए कला को बारीकी से समझने और सीखने का सुनहरा अवसर होते हैं, इन मौकों को खोना नहीं चाहिए। इस अवसर पर कला एवं शिल्प महाविद्यालय के प्रिंसिपल आलोक कुमार, कमर्शियल आर्ट डिपार्टमेंट के हेड रवि, शिक्षिका विभावरी, राजन श्रीपद फुलारी, फोटोग्रॉफी के शिक्षक अतुल हुंडू सहित कई कलाप्रेमी मौजूद थे।