लखनऊ में भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मियों की बन रही लिस्ट, कार्रवाई की तैयारी
लखनऊ में पुलिस कमिश्नर के नेतृत्व में बनी भ्रष्टाचार निवारण सेल 24 घंटे हो रही है मॉनीटरिंग। जो लोग सेल में शिकायत नहीं करना चाहते कमिश्नर से व्यक्तिगत भी मिलकर दे सकते हैं सुबूत। 12 ईमानदार छवि के लोगों की हुई तैनाती।
लखनऊ [शोभित मिश्र]। लखनऊ में भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मियों और विभाग के बाबुओं की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने एक ऐसी सेल का गठन किया है, जो 24 घंटे भ्रष्टाचारियों की कुंडली खंगालने का काम कर रही है। इसमें 12 ईमानदार और मानक पर खरे उतरने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। भ्रष्टाचारियों की लिस्ट बन रही है। प्रमाण सहित भ्रष्टाचारी के खिलाफ सुबूत देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। अगर किसी के पास पर्याप्त सुबूत हैं और वह सेल को नहीं बताना चाहता तो वह कमिश्नर से व्यक्तिगत भी मिल सकता है। 12 ईमानदार छवि के पुलिसकर्मियों की तैनाती-सेल का नोडल अफसर डीसीपी रैंक के अधिकारी को बनाया गया है। उनके अंडर में कुल 12 ऐसे पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, जिनकी विभाग में ईमानदारी छवि है।.शिकायकर्ता की कॉल रिकॉर्ड नहीं होगी...जो भी भ्रष्टाचारी की शिकायत करेगा उस शिकायतकर्ता की कॉल रिकार्ड नहीं होगी, इसी तरह से मोबाइल और लैंडलाइन फोन नंबर सेल में दिए गए हैं, जो शिकायतकर्ता की कॉल रिकॉर्ड न कर सके।
8 महीने 21 निलंबन: कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद बीते आठ महीने में पुलिस कमिश्नर ने 4 एसआई और 17 सिपाहियों को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया है।
पुलिस कमिश्नर लखनऊ सुजीत पांडेय ने बताया कि भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मियों को सिर्फ ये सेल पकड़ेगी नहीं बल्कि ठोस सुबूत मिलने पर जेल की हवा भी खिलाएगी। ऐसे पुलिसकर्मियों पर निलंबन से लेकर बर्खास्तगी की कार्रवाई कर उन्हें विभाग से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।