लखनऊ में लल्लू समर्थकों के आगे पुलिस का सरेंडर, कोविड प्रोटोकॉल की जमकर उड़ाई धज्जियां
Lallu Yadav supporters violate Covid protocol in Lucknow कोविड प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियां शुक्रवार देर रात में समर्थकों के साथ गिरफ्तार हुआ था लल्लू यादव। भूमाफिया व पूर्व जिला पंचायत सदस्य लल्लू यादव की पत्नी नीतू यादव पूर्व में निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं।
लखनऊ, जेएनएन। ब्लॉक प्रमुख चुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीडीसी सदस्यों को धमकाने के आरोप में गिरफ्तार लल्लू यादव के समर्थकों के आगे पुलिस नतमस्तक दिखी। आरोपित सीएचसी पर मेडिकल कराने पहुंचा तो बड़ी संख्या में समर्थक भी वहां आ धमके। समर्थकों ने कोविड प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई। वकीलों का हुजूम भी साथ रहा। शनिवार को पुलिस ने लल्लू यादव समेत 17 समर्थकों को आम्र्स एक्ट व कोविड महामारी एक्ट के तहत जेल भेज दिया।
भूमाफिया व पूर्व जिला पंचायत सदस्य लल्लू यादव की पत्नी नीतू यादव पूर्व में निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं। इस बार ब्लॉक प्रमुख की सीट पिछड़ी है। नीतू वार्ड नंबर 51 से निर्विरोध बीडीसी का चुनाव जीती है और वह ब्लॉक प्रमुख पद के लिए दावेदारी कर रही है। चुनाव का प्रबंधन लल्लू यादव बाबूरिया खेड़ा गांव से कर रहा था। एसीपी आशुतोष ङ्क्षसह ने बताया कि कई दिन से शिकायत मिल रही थी कि लल्लू यादव व समर्थक जीत हासिल करने के लिए बीडीसी सदस्यों को प्रभावित कर रहे हैं। इसपर शुक्रवार को बाग में छापा मारकर लल्लू यादव समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया गया। मौके से पुलिस को एक देसी पिस्टल, एक फैक्टरी मेड पिस्टल, एक डबल बैरल गन व एक रायफल, तीन लाख चार हजार रुपये और 45 बोतल देशी शराब भी बरामद हुई।
लल्लू यादव की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही समर्थकों का जमावड़ा थाना परिसर में लग गया। पुलिस ने समर्थकों को रोकने का भी कोई प्रयास नहीं किया। पुलिस ने लल्लू यादव समेत अन्य के खिलाफ आम्र्स एक्ट व महामारी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था। शनिवार सुबह मेडिकल जांच के लिए लल्लू व अन्य गिरफ्तार समर्थकों को सीएचसी पर भेजा गया इस दौरान पांच दारोगा व अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। इस बीच लल्लू के पास बड़ी संख्या में समर्थक मौजूद रहे। पुलिस के सामने समर्थक बिना रोकटोक मिलते रहे। लल्लू यादव पर तालकटोरा, कृष्णानगर, काकोरी व आलमबाग थाने पर 72 मुकदमें दर्ज हैं।
लल्लू से दोस्ती के चक्कर में पूरा थाना हुआ था सस्पेंड
लल्लू समर्थकों के आगे अगर पुलिस नतमस्तक दिखी तो इसकी वजहें भी हैं। दरअसल काकोरी से लेकर सरोजनीनगर और आसपास के इलाके में लल्लू का साम्राज्य है। दशकों से लल्लू का सिक्का विवादित जमीनों के साथ इन क्षेत्रों के थानों पर भी चलता है। तमाम पुलिसकर्मी उसके साथ गलबहियां करते देखे गए। वर्ष 2006-07 में तत्काकालीन एसएसपी आशुतोष ने तालकटोरा थाने के एसओ समेत सभी पुुलिसकर्मियों को लल्लू से मिलीभगत पर निलंबित कर दिया था। पता चला था कि पुलिसकर्मियों की मदद से लल्लू विवादित जमीनों पर कब्जे करता है। शिकायतों की जांच में पुष्टि होने के बाद आशुतोष पांडेय ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।