लखीमपुर में एक लाख के इनामी बग्गा को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया
आतंक का पर्याय रहे एक लाख के इनामी बग्गा सिंह की पुलिस ने मुठमेढ में मार गिराया। पुलिस ने निघासन इलाके के पढुआ के पास हुई मुठभेड़ में बग्गा को मारा है।
लखनऊ (जेएनएन)। प्रदेश में अपराधियों पर शिकंजा कसने के अभियान के दौरान बुधवार को एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी। लखीमपुर के निघासन थानाक्षेत्र में एसटीएफ व स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में एक लाख के इनामी बदमाश बग्गा सिंह को मार गिराया। हालांकि गोलीबारी के दौरान बग्गा का एक साथी पुलिस से बचकर भाग निकला। बग्गा के खिलाफ 17 मुकदमे दर्ज थे, जिनमें नौ मामलों में वह वांछित था। बग्गा लखीमपुर के सिंगाही गांव का निवासी था।
वर्ष 2013 में बग्गा लखीमपुर कचहरी में पेशी पर आने के दौरान सिपाही विक्रम प्रताप सिंह की हत्या कर पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला था। तभी से पुलिस को उसकी तलाश थी। बग्गा के खिलाफ हत्या व लूट सहित अन्य संगीन धाराओं में 17 मुकदमे दर्ज थे। एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह की टीम को इनामी बदमाश बग्गा सिंह के बारे में सूचना मिली थी। एएसपी व उनकी टीम ने बुधवार सुबह करीब आठ बजे निघासन थानाक्षेत्र के दुलहीपुरवा साइफन गांव के पास बाइकसवार बग्गा व उसके साथी को पकडऩे के लिए घेरेबंदी की। पुलिस के मुताबिक खुद को घिरता देखकर बग्गा व उसके साथी ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी फायङ्क्षरग में बग्गा गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। इस बीच उसका साथी बचकर भाग निकला। पुलिस घायल बग्गा को निघासन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह ने बताया कि मारे गए बदमाश बग्गा के कब्जे से 32 बोर की पिस्टल, कारतूस व एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
साथियों की मदद से किया था पुलिस पर हमला
पुलिस मुठभेड़ में मारे गए बदमाश बग्गा सिंह को 10 सितंबर 2013 को जिला कारागार खीरी से पेशी पर न्यायालय लाया गया था। पुलिसकर्मी जब उसे कचहरी लॉकअप ले जा रहे थे, उसी दरम्यान बग्गा ने अपने अन्य साथियों की मदद से पुलिसकर्मियों पर हमला बोल दिया था। बग्गा पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला था। वहीं बदमाशों के हमले में घायल सिपाही विक्रम प्रताप सिंह शहीद हो गए थे।