KGMU में जूनियर डॉक्टरों से छेड़छाड़ करने वाले लैब टेक्नीशियन को नौकरी से निकाला
केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की छात्राओं से छेड़छाड़ का मामला। चीफ प्राक्टर ने मामले में मुकदमा दर्ज कराने के दिए निर्देश।
लखनऊ, (जेएनएन)। केजीएमयू के माइक्रोबायोलॉजी विभाग की जूनियर डॉक्टरों से छेड़छाड़ के आरोपी लैब टेक्नीशियन को नौकरी से निकाल दिया है। अब उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। विवि प्रशासन ने महिला जूनियर डॉक्टरों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की।
विवि अधिकारियों के अनुसार, जूनियर डॉक्टरों ने दीक्षा समारोह के दिन माइक्रोबायोलॉजी विभाग में छेड़छाड़ की शिकायत विभागाध्यक्ष डॉ. अमिता जैन से की थी। समारोह के बाद मामले की पुष्टि के लिए बैठक बुलाई गई। सूत्रों के अनुसार, बैठक में कर्मचारियों ने प्रकरण को दबाने के लिए छात्राओं पर दवाब बनाया। चेतावनी भी दी लेकिन, जूनियर डॉक्टर इसकी शिकायत राज्यपाल और मुख्यमंत्री से करने पर अड़ गईं।
ऐसे में मामला चीफ प्राक्टर डॉ. आरएस कुशवाहा के पास रखा गया। कुशवाहा ने विशाखा कमेटी से जांच कराने का फैसला किया। आरोपी लैब टेक्नीशियन वर्ष 2014 में संविदा पर विभाग में तैनात हुआ था। चीफ प्राक्टर ने कहा कि संविदा पर तैनात लैब टेक्नीशियन को नौकरी से निकाल दिया गया है। शिकायती पत्र के आधार पर पुलिस को तहरीर दे दी गई है।
पहले भी हो चुकी है छात्रा से अभद्रता
इस विभाग में करीब पांच महीने पहले प्रोजेक्ट के दौरान तैनात छात्रा से अभद्रता की गई थी। विभागाध्यक्ष से इसकी शिकायत की गई थी। लेकिन आरोपी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार के पास मामला पहुंचा। आरोप है कि उसकी सुनवाई नहीं हुई। छात्रा के परिजनों ने विवि प्रशासन से बात की, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला, बल्कि पीडि़त से ही इस्तीफा ले लिया गया।