जानिए निजी बैंक आपसे ले रहें हैं कौन-कौनसे शुल्क, हर माह से लेकर सालाना कट रहे हैं क्या चार्ज Lucknow News
बैंक अपने-अपने नियम के तहत प्रतिमाह से लेकर सालाना तक ले रहे हैं चार्ज ग्राहकों से छोटी-छोटी रकम के रूप में वसूल करने में निजी बैंक सबसे आगे।
लखनऊ [पुलक त्रिपाठी]। बैंकों की ग्राहक सेवा वैसे भी अब मुफ्त नहीं रही। बावजूद इसके कुछ शुल्क ऐसे कट जाते हैं, जिनकी जानकारी ग्राहकों को होती ही नहीं। वैसे तो यहां हर सेवा का शुल्क है। चेक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड और पिन जेनरेशन, सबके चार्ज तय हैं। निर्धारित सीमा के बाद पैसा निकालने या जमा करने पर भी शुल्क है। असीमित ट्रांजैक्शन पर रोक है तो सीमित ट्रांजैक्शन के बाद शुल्क भी निर्धारित है। बैंक अपने-अपने नियम के तहत प्रतिमाह से लेकर सालाना तक चार्ज ले रहे हैं। किसी ने तीन तो किसी ने पांच नकद ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगा रखा है। अधिक कैश ट्रांजैक्शन पर बैंक 50 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन से भी अधिक वसूल रहे हैं।
निजी बैंक भी वसूली में आगे
ग्राहकों से छोटी-छोटी रकम के रूप में वसूल करने में निजी बैंक सबसे आगे हैं। नोटबंदी के बाद से ही बैंक द्वारा पहले चार ट्रांजेक्शन को निश्शुल्क रखा गया है। इसके बाद किए गए प्रत्येक ट्रांजेक्शन पर पांच रुपये प्रति ट्रांजेक्शन खाताधारक से वसूला जा रहा है। खास यह कि इसकी जानकारी ग्राहक को भी नहीं होती।
नॉन मेंटीनेंस चार्जेज
एचडीएफसी बैंक खाते में 10 हजार रुपये से कम होने पर 500 रुपये से अधिक चार्ज वसूला जा रहा है। खाते में निर्धारित रकम न होने पर पेनाल्टी भी लगाई जा रही है।
किस सर्विस का क्या है चार्ज
- एकल खाते में को संयुक्त खाता कराने के लिए 150 रुपये।
- बाहरी संस्था द्वारा ग्राहक के हस्ताक्षर प्रमाणित कराने पर 150 रुपये।
- पांच बार से अधिक कैश ट्रांजेक्शन पर 50 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन चार्ज
- डुप्लीकेट पासबुक बनाने के नाम पर भी 115 रुपये
- एटीएम की वैधता समाप्त पर नया कार्ड जारी करने पर 115 रुपये
- एटीएम का पिन चेंज कराने पर 100 से 115 रुपये तक
- बैंकों द्वारा एसएमएस एलर्ट के तौर पर हर तिमाई 15 रुपये
- अकाउंट स्टेटमेंट मांगे जाने पर बैंक खाते से 150 रुपये काट लेते हैं
- डिमांड ड्राफ्ट डीडी बनवाने के लिए बैंकों द्वारा पांच रुपये प्रति हजार चार्ज किया जाता है।
नकद जमा पर भी चार्ज
नॉन होम ब्रांच में 25 हजार से अधिक नकद जमा करने पर बैंक कैश हैंडलिंग चार्ज वसूल रहे हैं। अधिकांश बैंक दो रुपये प्रति हजार की दर से कैश हैंडलिंग चार्ज लेते हैं।