Govardhan Puja/ Bhai dooj 2019: इस विधि से करें गोवर्धन पूजा, जानें भैयादूज का शुभ मुहूर्त Lucknow News
गोवर्धन पूजा 28 अक्टूबर यानी सोमवार को दीपावली की अगली सुबह होगी। वहीं दूसरे दिन भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम का प्रतीक भैयादूज का पर्व मनाया जाएगा।
लखनऊ, जेएनएन। दीपों के महा पर्व दीपावली की अगली सुबह गोवर्धन पूजा हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। इस बार गोवर्धन पूजा 28 अक्टूबर यानी सोमवार को है। इस दिन गोवर्धन और गाय की विशेष पूजा की जाती है, जिसका अपना एक खास महत्व है। वहीं, गोवर्धन पूजा के दूसरे दिन भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम का प्रतीक भैयादूज है।
बता दें, गोवर्धन पर्व को भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि मथुरा, गोकुल और वृंदावन में खास तौर पर मनाया जाता है। हालांकि, उत्तर भारत के कई क्षेत्रों में भी इसे मनाते हैं।
इसी कड़ी में राजधानी लखनऊ में बंगाली समाज की ओर से अमावस्या की देर रात शक्तिदात्री मां काली की पूजा की जाती है। घसियारी मंडी स्थित कालीबाड़ी मंदिर में जहां विशेष भोग चढ़ाया जाएगा तो रवींद्रपल्ली स्थित कालीबाड़ी मंदिर में भजनों के बीच भक्तों ने मां का देर रात तक आह्वान करके अन्नकूट का भोग लगेगा।
यहां सजेगा दरबार, लगेगा छप्पन भोग
इसी तरह गुरुवार को रिसालदार पार्क समेत इस्कॉन मंदिर में भी अन्नकूट पूजन और गोवर्धन पूजा होगी। मंदिर के अध्यक्ष अपरिमेय श्यामजी ने बताया कि 29 अक्टूबर को सुबह से लेकर दोपहर बाद तक आयोजन होंगे। मॉडल हाउस, कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी, राजाजीपुरम, सदर, विजय नगर, गोमतीनगर, इंदिरानगर, श्रीरामकृष्ण मठ, लालबाग, सीतापुर रोड सहित सभी पूजा समितियों की ओर से पूजन किया जाएगा। बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर के प्रवक्ता सुधीश गर्ग ने बताया कि बाबा को छप्पन भोग के साथ ही अन्नकूट के भोग के साथ ही पूजन होगा।
ये है गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ: 28 अक्टूबर को सुबह 09 बजकर 08 मिनट से। दोपहर 03 बजकर 26 मिनट से शाम को 05 बजकर 40 मिनट तक।
प्रतिपदा तिथि का समापन: 29 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 13 मिनट तक।
गोवर्धन पूजा की विधि
कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को सुबह मकान के द्वारदेश में गौ के गोबर का गोवर्धन बनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, गाय के गोबर से बने गोवर्धन के शिखर प्रयुक्त, वृक्ष-शाखादि से संयुक्त और पुष्पादि से सुशोभित करने का विधान है।
गोवर्धन पूजा के दूसरे दिन भैयादूज
भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम का प्रतीक भैयादूज 29 अक्टूबर यानी मंगलवार को है। गोवर्धन पूजा के दूसरे दिन होने वाले इस पर्व को लेकर बहनें उत्साहित हैं। आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि सुबह 6:26 बजे से शाम 5:34 बजे तक स्नान दान कर टीका करना उत्तम होगा।
ये है मान्यता
मान्यता है कि इस दिन बहन के घर जाने वाले भाई के सामने यम भी अपना रास्ता बदल देते हैं। सदियों पुरानी परंपरा वर्तमान समय में भी आस्था और विश्वास के साथ कायम है।