पेट फूलने व अपच के हैं शिकार तो न करें इसे नजरअंदाज, हो सकता है सर्वाइकल कैंसर
महिलाएं लापरवाही न करें, करवाएं तत्काल जांच। बचाव के लिए मामूली खर्च वाला जरूर करवाएं वीआइए टेस्ट।
लखनऊ(जेएनएन)। अगर बहुत दिन आपका पेट फूल रहा है और खाना नहीं पचता तो आप इसे नजरअंदाज न करें। महिलाएं ऐसी स्थिति होने पर सतर्क हो जाए। क्योंकि यह अंडाशय के कैंसर की शुरुआत हो सकती है। महिलाओं को चाहिए कि वह तुरंत अल्ट्रासाउंड करवाएं और एक्सपर्ट डॉक्टर को दिखाएं। यह जानकारी टाटा मेमोरियल हास्पिटल मुम्बई की डॉक्टर अमिता महेश्वरी ने दी। वह रविवार को होटल क्लार्क में स्त्री कैंसर और जांच को लेकर उनमें जागरूकता की कमी विषय पर आयोजित सीएमई में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहीं थी।
उन्होंने कहा कि महिलाएं गर्भ निरोधक गोलियों का सही ढंग से प्रयोग करें तो इससे बच सकती हैं। कार्यक्रम में रीजनल कैंसर सेंटर कटक की डॉ. भाग्यलक्ष्मी नायक ने कहा कि सर्वाइकल के कैंसर जब तक एडवांस स्टेज में नहीं पहुंच जाता तब तक उसका पता नहीं लगता। इलाज इसका मुमकिन है। देश में मातृत्व मृत्यु हर साल 50 हजार होती हैं तो सर्वाइकल कैंसर से 67 हजार महिलाएं हर साल मर रही हैं। वीआइए टेस्ट यानी एसिटिक एसिड के साथ विजुअल इंस्पेक्शन का जो टेस्ट होता है, वह करवाएं। 25 साल की उम्र से इसे करवाएं। यह बहुत सस्ता होता है। पेप टेस्ट भी करवाएं तो अच्छा होगा।
नई दिल्ली के यूसीएमएस एंड जीटीपी हास्पिटल की डायरेक्टर डॉ. शालिनी राजाराम ने कहा कि एचपीवी वैक्सीन लगवाकर भी सर्वाइकल कैंसर से बच सकते हैं। इसे बालिकाओं में 15 वर्ष से ही दो बार लगवा दें तो सर्वाइकल कैंसर का 80 प्रतिशत खतरा टल जाता है। कार्यक्रम केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रोफेसर निशा सिंह ने कहा कि महिलाएं समय-समय पर अपना चेकअप करवाएं तो अच्छा होगा। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का आभार प्रो. विनीता दास ने व्यक्त किया।
अपनी लाइफ स्टाइल बदलें युवतियां
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद सीडीआरआइ के पूर्व निदेशक प्रो. नित्यानंद ने कहा कि युवतियों को चाहिए कि वह वेस्टर्न लाइफ स्टाइल बदलें और भारतीय जीवन शैली अपनाएं।