मरीजों से मधुर व्यवहार का पाठ पढ़ाएगा KGMU, एक्सपर्ट देंगे मेडिकोज को ट्रेनिंग
साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में करीब 27500 वर्ग फीट में कौशल विकास केंद्र स्थापित किया गया है। इसमें मेडिकोज के अलावा नर्सिग स्टॉफ व डाक्टरों सभी को ट्रेनिंग दी जाएगी।
लखनऊ [आशीष त्रिवेदी]। केजीएमयू अब अपने मेडिकोज व डॉक्टरों को मरीजों तथा तीमारदारों से मधुर व्यवहार का पाठ भी पढ़ाएगा। किस तरह वह मरीज व तीमारदारों से संवाद करें और किस तरह उनसे सहानुभूतिपूर्वक पेश आएं, इसकी ट्रेनिंग एक्सपर्ट देंगे। यही नहीं डॉक्टर व मेडिकोज किस तरह टीम वर्क में बेहतर रिजल्ट हासिल कर सकते हैं, यह भी उन्हें सिखाया जाएगा। साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में करीब 27500 वर्ग फीट में कौशल विकास केंद्र स्थापित किया गया है। इसका मूलमंत्र 'दक्षता ही जीवन बचाती है' तय किया गया है। इसमें मेडिकोज के अलावा नर्सिग स्टॉफ व डाक्टरों सभी को ट्रेनिंग दी जाएगी।
केजीएमयू में कौशल विकास केंद्र के इंचार्ज प्रो. विनोद जैन ने बताया कि सीनियर डॉक्टरों की सात सदस्यीय टीम ने अभी हाल में माउंट आबू में स्थित ब्रह्म कुमारीज के सेंटर में वैल्यू इन हेल्थ केयर पर विशेष ट्रेनिंग हासिल की है। अब ये डॉक्टर केजीएमयू में मास्टर ट्रेनर के रूप में मेडिकोज व डॉक्टरों को ट्रेनिंग देंगे। इसे 26 अक्टूबर को केजीएमयू में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला से इसे लांच किया जाएगा। कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट के निर्देश पर कौशल विकास की ट्रेनिंग का एक्शन प्लान बनाया गया है।
पुतले पर सीखेंगे डॉक्टरी
प्रो. विनोद जैन ने बताया कि कौशल विकास केंद्र में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे मेडिकोज को अब मैनीक्विन यानी पुतले के माध्यम से डॉक्टरी सिखाई जाएगी। इसमें सुई लगाने से लेकर ग्लूकोज चढ़ाने तक और स्टिचिंग, लेप्रोस्कोपी से लेकर रोबोटिक्स तक का ज्ञान दिया जाएगा। अभी मृत शरीर पर ही वह ज्ञान हासिल करते हैं।
विद्यार्थी भी ले सकेंगे ट्रेनिंग
केजीएमयू के कौशल विकास केंद्र में दूसरे संस्थानों में एमबीबीएस व पैरामेडिकल की पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को भी ट्रेनिंग देने की व्यवस्था होगी।