KGMU में बनेगा मेंटल हेल्थ सेंटर, 75 वर्ष से अधिक उम्र के मनोरोगियों का होगा इलाज Lucknow News
केजीएमयू में जल्द ही जीरियाटिक मेंटल हेल्थ सेंटर खुलेगा। भवन पर करीब तीन करोड़ 47 लाख रुपये का बजट खर्च होगा।
लखनऊ [संदीप पांडेय]। बुढ़ापे में मनोरोग का दंश झेल रहे व्यक्तियों का मुकम्मल इलाज होगा। इसके लिए केजीएमयू में जल्द ही जीरियाटिक मेंटल हेल्थ सेंटर खुलेगा। यहां 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का इलाज किया जाएगा।
दरअसल, केंद्र सरकार ने वर्ष 2010-11 में नेशनल प्रोग्राम फॉर द इल्डरली शुरू किया था। इसके तहत देशभर में मेंटल हेल्थ सेंटर खोले जा रहे हैं। वहीं केजीएमयू ने भी मेंटल हेल्थ सेंटर खोलने का प्रस्ताव भेजा था। केंद्र सरकार ने सेंटर मंजूरी के साथ-साथ धन की भी स्वीकृत दे दी है। इसके भवन पर करीब तीन करोड़ 47 लाख रुपये का बजट खर्च होगा। ऐसे में केजीएमयू ने सेंटर निर्माण की धन जारी करने का प्रस्ताव वित्त विभाग को भेज दिया है।
कुलपति प्रो. एमएलबी भट्ट के मुताबिक मनोरोग विभाग में जगह तलाश ली गई है। वहीं सेंटर में 30 बेड होंगे। सेंटर में बुजुर्ग रोगी का पंजीकरण होने के बाद बार-बार दौडऩा नहीं होगा। दूर-दराज के रोगी फोन के जरिए ही चिकित्सकीय परामर्श ले सकेंगे।
केजीएमयू में अभी जीरियाटिक मेडिसिन विभाग संचालित है। जहां वर्ष 2016 से केवल ओपीडी ही चल रही है। अब इस विभाग में भी 30 बेड जल्द शुरू होंगे और 60 वर्ष से अधिक मरीजों की भर्ती की सुविधा उपलब्ध होगी।
ये हैं प्रमुख मानसिक बीमारियां
डिप्रेशन, एंजाइटी, बाइपोलर डिस्ऑर्डर आदि। वहीं एंजाइटी में चार तरह की समस्या होती है। इसमें जनरलाइज्ड एंजाइटी डिस्ऑर्डर (जीएडी), पैनिक अटैक डिस्ऑर्डर (पीएडी), पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिस्ऑर्डर (पीटीएसडी), ऑप्सेसिव कंपलसिव डिस्ऑर्डर (ओसीडी) है।