राजधानी में संदिग्ध हालात में केजीएमयू नर्सिंग छात्रा की मौत, गोमती में मिला शव
मौके पर मिली स्कूटी नहीं मिला मोबाइल फोन। रात को नहीं गई थी घर हॉस्टल से रिश्तेदार से मिलने की बात कहकर निकली थी।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू की नॄसग चतुर्थ वर्ष की छात्रा शिवाली श्रीवास्तव (24) की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। शुक्रवार दोपहर उसका शव भैसाकुंड के पास गोमती बैराज में उतराता मिला। मौके पर स्कूटी मिली, जबकि उसका मोबाइल फोन गायब है। कोविड जांच रिपोर्ट आने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा। एडीसीपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के मुताबिक, प्रथम दृष्टया जांच में आत्महत्या की बात सामने आ रही है।
पीजीआइ के सेक्टर छह निवासी आर्मी से रिटायर्ड उमेश चंद्र श्रीवास्तव परिवार सहित रहते हैं। उनकी बेटी शिवाली केजीएमयू में नर्सिंग की चतुर्थ वर्ष की छात्रा थी। वह गुरुवार रात मां इंदु श्रीवास्तव को फोन कर हॉस्टल में ही रुकने की बात कही। रात करीब आठ बजे वह अपनी साथी छात्राओं से किसी रिश्तेदार से मिलने की बात कहकर हॉस्टल से निकल गई। जब वह शुक्रवार सुबह भी घर नहीं पहुंची तो घरवालों ने तलाश शुरू की। हॉस्टल में जाने पर पता चला कि वह रात में ही निकल गई थी। इसके बाद घरवालों ने चौक कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई। इसी बीच गोमती बैराज में उसका शव उतराता मिला। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव को बाहर निकाला। नर्सिंग की ड्रेस पर लगी नेम प्लेट से उसकी शिनाख्त हुई।
हत्या और आत्महत्या के बीच उलझी गुत्थी
छात्रा हॉस्टल में किसके संपर्क में थी। उसने आत्महत्या की या किसी ने उसकी हत्या की, ऐसे तमाम सवालों के जवाब तलाशने के लिए चौक थाने की पुलिस केजीएमयू से लेकर रास्ते मे लगे सभी सीसी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। छात्रा की आखिरी कॉल डिटेल परिवारजन के साथ एक परिचित से बातचीत की निकली है। परिवारजन भी मामले की जांच की मांग की है।
कोविड जांच के लिए भेजा गया नमूना
नर्सिंग छात्रा को सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आशुतोष दुबे ने बताया कि छात्रा का नमूना लेकर कोविड जांच को भेज दिया गया है। साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत उसके शव को सुरक्षित मॉर्च्यूरी में रखवा दिया गया है।