Move to Jagran APP

KGMU: अमाशय से विकसित कर बनाई आहारनाल, जन्म से थी विकृति

जन्मजात अविकसति आहारनाल का ऑपरेशन करके केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी के डाॅ जेडी रावत ने बच्चे को दिया नया जीवन।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 18 May 2019 09:51 AM (IST)Updated: Sat, 18 May 2019 09:51 AM (IST)
KGMU: अमाशय से विकसित कर बनाई आहारनाल, जन्म से थी विकृति
KGMU: अमाशय से विकसित कर बनाई आहारनाल, जन्म से थी विकृति

लखनऊ, जेएनएन। बच्चे की जन्मजात आहार नली अधूरी थी। अविकसित नली होने की वजह से दूध पिलाते ही वह उल्टी कर देता था। ऐसे में परिजन केजीएमयू लाए। यहां डॉक्टर ने तीन बार में ऑपरेशन कर आहार नाल को ठीक कर दिया।

loksabha election banner

सिद्धार्थनगर निवासी निशा को 21 मार्च 2017 को प्रसव हुआ। पति मेराज अहमद के मुताबिक बच्चा दूध नहीं पी रहा था। वहीं जबरन पिलाने पर वह उल्टी कर देता था। ऐसे में स्थानीय चिकित्सक ने बच्चे को केजीएमयू रेफर कर दिया। यहां 22 मार्च को उसे पीडियाटिक सर्जरी में भर्ती किया गया। डॉ. जेडी रावत ने जांच की तो बच्चे की आहार नली सिर्फ गले तक मिली।

अविकसित आहार नाल को निकाला

ऐसे में पहले ऑपरेशन में अविकसित आहार नाल को ट्यूब के जरिये बाहर निकाल दिया। तीन अप्रैल 2019 को उसके आमाशय के पिछले हिस्से को लेकर एक ट्यूब बनाई गई। इसे स्टेपल कर बगल में नई नलिका विकसित की गई। एक मई को तीसरा ऑपरेशन कर विकसित की गई। नलिका को गले के पास बाहर निकल नलिका से जोड़ा गया। अब बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है। उसे शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया गया।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.