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Terrorism in Lucknow: अक्सर मिनहाज के घर दिखाई देते थे कश्मीरी युवक, कपड़े और ड्राई फ्रूट्स बेचने के बहाने करते थे रेकी

लखनऊ में गिरफ्तार आतंकी मिनहाज की गतिविधियां शुरू से संदिग्ध थीं। मिनहाज के घर पर अक्सर कश्मीर से संदिग्ध युवक आते थे। कपड़े और ड्राई फ्रूट बेचने वाले कश्मीरी युवक भी मिनहाज के घर पर रुकते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि मिनहाज की हरकतें संदिग्ध प्रतीत होती थीं।

By Vikas MishraEdited By: Published: Mon, 12 Jul 2021 11:03 AM (IST)Updated: Mon, 12 Jul 2021 02:35 PM (IST)
Terrorism in Lucknow: अक्सर मिनहाज के घर दिखाई देते थे कश्मीरी युवक, कपड़े और ड्राई फ्रूट्स बेचने के बहाने करते थे रेकी
एटीएस ने मिनहाज के घरवालों से कश्मीर कनेक्शन और उसकी गतिविधियों के बारे में कई घंटे पूछताछ की।

लखनऊ, [ज्ञान बिहारी मिश्र]। गिरफ्तार आतंकी मिनहाज की गतिविधियां शुरू से ही संदिग्ध थीं। मिनहाज के घर पर अक्सर कश्मीर से संदिग्ध युवक आते थे। यही नहीं, कपड़े और ड्राई फ्रूट बेचने वाले कश्मीरी युवक भी मिनहाज के घर पर रुकते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि मिनहाज की हरकतें संदिग्ध प्रतीत होती थीं। हालांकि किसी ने इसकी शिकायत पुलिस से नहीं की थी। एटीएस ने दुबग्गा चौराहे के पास बरावन कला स्थित मिनहाज के मकान से सटे दो अन्य घरों में भी सर्च आपरेशन चलाया। मिनहाज के पिता सिराज अहमद अपने भाई रियाज के साथ वहां रहते हैं। सिराज और रियाज सरकारी कर्मचारी थे, जो अब सेवानिवृत हो चुके हैं।

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एटीएस ने मिनहाज के घरवालों से कश्मीर कनेक्शन और उसकी गतिविधियों के बारे में कई घंटे पूछताछ की। घर में मौजूद महिलाओं से भी टीम ने मिनहाज और मसीरुद्दीन उर्फ मुशीर से मिलने वालों के बारे में जानकारी ली। एटीएस यह पता लगा रही है कि दोनों आतंकी कब-कब कश्मीर गए थे। दोनों ने लखनऊ को दहलाने के लिए किन जगहों पर प्रशिक्षण लिया था। इसके बारे में खुफिया एजेंसियां सुराग लगा रही हैं। माना जा रहा है कि फेरी वाले बनकर मिनहाज के घर पर आने वाले कश्मीरी युवकों का भी आतंकी संगठनों से संबंध है। पड़ोस में रहने वाले एक युवक ने बताया कि मिनहाज आसपास के लोगों से बहुत कम मिलता था। वह सऊदी अरब भी गया था। पांच साल पहले वह सऊदी से लौटकर आया था, जिसके बाद से उसके व्यवहार में काफी अंतर आ गया था। स्थानीय निवासियों का कहना था कि बातचीत से उन्हें कभी नहीं लगा कि मिनहाज देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। वह कम बोलता था और अपने काम से मतलब रखता था। 

15 साल से जमा था आतंकी: स्थानीय लोगों ने बताया कि मिनहाज बरावन कला में करीब 15 साल से रह रहा था। पहले वह इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में काम करता था, जहां उसकी पत्नी प्रोफेसर है। मिनहाज के घर के बाहर खड़ी कार पर यूनिवर्सिटी का कार पास भी लगा है। पास में बलरामपुर जिले की एक अन्य कार भी खड़ी थी, जिसके बारे में खुफिया एजेंसियां पता लगा रही हैं।


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