डिफेंस हब के तौर पर विकसित होगा कानपुर
लखनऊ। ंवरिष्ठ भाजपा नेता तथा कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी अपने संसदीय क्षेत्र को डिफेंस हब
लखनऊ। ंवरिष्ठ भाजपा नेता तथा कानपुर के सांसद मुरली मनोहर जोशी अपने संसदीय क्षेत्र को डिफेंस हब के रूप में विकसित कराने में लगे हैं। इसी क्रम में कल उन्होंने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मुलाकात की।
सासद डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कल लखनऊ में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर कानपुर को डिफेंस हब के तौर पर विकसित करने के बारे में विचार विमर्श किया। डॉ. जोशी के अनुसार रोजगार को बढ़ावा और विकास को रफ्तार देने वाले उनके इस प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री ने सकारात्मक रुख दिखाया है। डॉ. जोशी के अनुसार कानपुर में डिफेंस हब विकसित करने की प्रचुर संभावनाएं हैं। यहा पाच आर्डिनेंस फैक्टियों, डीएमएसआरडीई, हिन्दुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की फैक्ट्री के अलावा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान होने से काम थोड़ा आसान भी है।
डिफेंस हब बनने से न सिर्फ रक्षा उत्पादन तेजी से बढ़ेगा, बल्कि युवाओं को रोजगार के साथ शहर के विकास को भी तेज गति मिलेगी। रक्षा उत्पादन क्षेत्र में एफडीआई की मंजूरी का शहर को फायदा उठाना चाहिए, अब तो रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर भी प्रदेश से ही राज्यसभा सदस्य हैं। शहर अभी 10 हजार करोड़ रुपये राजस्व सृजित कर रहा है जो डिफेंस हब विकसित होने पर 25 हजार करोड़ हो सकता है। डॉ. जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनके प्रस्ताव को गंभीरता से लेते हुए डिफेंस हब के लिए जमीन उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया है।
क्लीन-ग्रीन योजना में कानपुर भी
डॉ. जोशी के अनुसार मुख्यमंत्री ने कानपुर को क्लीन-ग्रीन योजना में शामिल करने की उनकी माग मान ली है। उन्होंने मुख्यमंत्री से एटूजेड के शहर में कूड़ा निस्तारण में फेल होने की जानकारी दी। सासद ने मुख्यमंत्री से कहा कि सरकार शहर को दूसरा विकल्प मुहैया कराएं।
ट्रैफिक व सड़कों के लिए धन मागा
मुख्यमंत्री से मुलाकात में डॉ. जोशी ने कहा कानपुर के समेकित यातायात नियंत्रण के लिए 32 करोड़ रुपये की परियोजना शासन स्तर पर अरसे से लंबित है। सड़कों को चौड़ा करने, उनके सुंदरीकरण व रखरखाव के लिए अवस्थापना निधि से 62 करोड़ रुपये स्वीकृत होने के बाद भी यह धनराशि जारी नहीं हो पा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री से हैलट अस्पताल और उससे संबद्ध बाल चिकित्सालय तथा मेडिकल कालेज में चिकित्सीय सुविधाओं के सुधार के लिए 30 करोड़ रुपये की भी माग की।
जेएनएनयूआरएम की बसें चलवाएं
डॉ. जोशी ने मुख्यमंत्री को बताया कि जेएनएनयूआरएम के तहत शहर को 270 बसें मिली थीं, जिनमें सिर्फ 45 चल रही हैं। छोटी खराबियों के चलते शेष बसें खड़ी हैं। इन बसों को चलाने को भी प्रदेश सरकार इंतजाम करे।