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Kanpur Vikas Dubey News : बलिदानी सीओ के वायरल ऑडियो की भी जांच करेगी SIT

Kanpur Vikas Dubey News एसआईटी पहले से ही पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका की जांच कर रही है और उसने विकास दुबे की एक साल की कॉल डिटेल रिकार्ड का भी अध्ययन किया है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 09:10 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 06:59 AM (IST)
Kanpur Vikas Dubey News : बलिदानी सीओ के वायरल ऑडियो की भी जांच करेगी SIT
Kanpur Vikas Dubey News : बलिदानी सीओ के वायरल ऑडियो की भी जांच करेगी SIT

लखनऊ, जेएनएन। कानपुर कांड की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआइटी) के सामने बलिदानी सीओ देवेंद्र कुमार मिश्र की वायरल ऑडियो की भी चुनौती है, जो कि एक-दो दिन पूर्व सोशल मीडिया के जरिए सामने आया था। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी पहले वायरल ऑडियो की प्रमाणिकता की जांच करेगी। पांच मिनट के ऑडियो में बलिदानी सीओ देवेंद्र मिश्र कानपुर के तत्कालीन एएसपी ग्रामीण बृजेंद्र श्रीवास्तव से बात कर रहे हैं। सीओ ने तत्कालीन एसएसपी अनंत देव पर निलंबित किए गए एसओ विनय तिवारी से पांच लाख रुपये लेकर उसे संरक्षण देने का गंभीर आरोप लगाया है। इसके अलावा विनय तिवारी पर कुख्यात विकास दुबे के पैर छूने व पूरी तरह से उसके प्रभाव में रहने का आरोप भी लगाया है।

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अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी की अध्यक्षता में गठित एसआईटी विकास दुबे के साम्राज्य तथा पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से उसकी सांठगाठ समेत नौ बिंदुओं पर जांच कर रही है। उल्लेखनीय है कि विकास दुबे को सूचनाएं लीक करने व उससे साठगांठ के आरोपों के चलते ही तत्कालीन एसओ चौबेपुर विनय तिवारी व उपनिरीक्षक मनोज शर्मा को निलंबित किया गया था। आपराधिक षड्यंत्र के तहत उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

एसआईटी पहले से ही पुलिस अधिकारियों व कर्मियों की भूमिका की जांच कर रही है और उसने विकास दुबे की एक साल की कॉल डिटेल रिकार्ड का भी अध्ययन किया है। ऐसे में सीओ व एएसपी के बीच बातचीत का वायरल ऑडियो एसआईटी की जांच के दायरे में आ गया है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले में एसआईटी कानपुर के तत्कालीन एएसपी देहात समेत अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मियों से पूछताछ भी कर सकती है।

ईडी जल्द दर्ज करेगी केस : कानपुर कांड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जल्द केस दर्ज करने की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार प्रकरण से संबंधित दस्तावेजों का अध्ययन करने के बाद ईडी विकास दुबे समेत 24 से ज्यादा आरोपितों के विरुद्ध प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करने की तैयारी में है। विकास दुबे के खजांची जय वाजपेयी को भी आरोपित बनाया जाएगा। ध्यान रहे, जय वाजपेयी की संपत्तियों की जांच के लिए शासन ने बीते दिनों आयकर विभाग व ईडी को पत्र लिखा था। विकास दुबे व उसके गिरोह के सदस्यों के काली कमाई से जुटाई गई संपत्तियों की जांच के लिए ईडी ने पहले ही कानपुर पुलिस से कई दस्तावेज लिए थे। माना जा रहा है कि सोमवार तक केस दर्ज होने के बाद ईडी की एक टीम कानपुर भी भेजी जाएगी।


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